आजादी का जज्बा फिजाओं में है। जाहिर-सी बात है आजादी का दिन 15 अगस्त पास ही है और हर तरफ स्वतंत्रता दिवस के जश्न को धूमधाम से मनाए जाने का संकल्प भी। यह आजादी हमें कितनी मुश्किलों, संघर्षों और कुर्बानियों के बाद मिली है और अब तक हम इसके गौरवपूर्ण 75 साल भी पूरे कर चुके हैं। ऐसे में हमने सेलेब्स से जानना चाहा कि आने वाले 100 साल में वे अपनी आजादी और देश को किस स्वरूप में देखना चाहेंगे।आजादी की सेंचुरी को टेक्नॉलजी और ग्रीनरी के संगम के साथ मनाएं-नुसरत भरूचानुसरत भरूचामुझे लगता है कि आजादी के मुद्दे पर हमारी उम्मीदें आसमान छूनी चाहिए , जाहिर सी बात है, हम उम्मीद करेंगे तभी देश को आगे बढ़ा पाएंगे। हमने बीते सालों में काफी तरक्की की, हम बहुत आगे बढ़े, मगर मैं सोचती हूं कि देश और संवरे। मुझे लगता है हमारे इंफ्रास्ट्रक्चर और टेक्नॉलजी को और आगे बढ़ना चाहिए। मैं सोचती हूं कि कितना अच्छा हो कि हम अपने प्राकृतिक संसाधनों जैसे जंगल, नदिया, पहाड़ और वाइल्ड लाइफ का सरंक्षण कर पाएं। स्वतंत्रता के सौवें साल में में मैं एक हरित देश अरताह ग्रीन वर्ल्ड की कामना करती हूं। आने वाले समय में मैं इलेक्ट्रिक गाड़ियों को देखना चाहती हूं, जिससे हम पर्यावरण को दूषित होने से बचा सकते हैं। मुझे लगाता है आजादी की सेंचुरी को हम ग्रीनरी और टेक्नॉलजी के संगम के साथ मनाएं।Independence Day 2023: रग-रग में भर देंगी जोश, 'उरी' से 'शेरशाह' तक, OTT की इन 5 फिल्मों संग मनाएं आजादी का जश्नआने वाले समय में मणिपुर सरीखी शर्मनाक घटनाएं न घटें- खुशाली कुमारखुशाली कुमारइसमें कोई शक नहीं कि हम आजादी का अमृत महोत्सव मन चुके हैं। यह हम सभी देशवासियों के लिए बहुत ही खुशी का सुनहरा मौका मौका है। हमारी स्वतंत्रता हमारे लिए बेशकीमती, मगर साथ ही जरूरी है कि हम अपने बीते समय पर चिंतन करें। मैं मानती हूं कि बीते सालों में औरत के अधिकारों और महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में कई बदलाव हुए हैं ,समाज महिला हितों के लिए जागरूक हुआ है। मगर एक औरत होने के नाते आने वाले समय में मैं स्त्रियों के सम्मान और समानता पर और ज्यादा बदलाव देखना चाहूंगी। मैं चाहूंगी कि मणिपुर में महिलाओं के साथ जो हुआ, उसे दोहराया न जाए। स्त्रियों के सम्मान के लिए पूरे देश को एकजुट होना पड़ेगा। मैं प्रधानमंत्री मोदी जी के बेटी पढ़ाओ और बेटी बचाओ के विजन के साथ पूरी तरह से सहमत हूं।शिक्षा, स्वास्थ्य और पर्यावरण को लेकर जागरूकता बढ़े-पंकज त्रिपाठीपंकज त्रिपाठीहमें अपनी आजादी बहुत मुश्किलों से मिली है। इसके लिए हमने काफी जतन किए। पिछले 75 सालों में हमने कई उपलब्धियां हासिल की। मगर इसके बावजूद मुझे लगता है कि आने वाले सालों में हमें और संवरना और निखरना है। मैं हमेशा से हेल्थ, एजुकेशन और पर्यावरण से अपना जुड़ाव कुछ ज्यादा ही पाता हूं। ये तीनों क्षेत्र मेरे पसंदीदा क्षेत्रों में से हैं। इन क्षेत्रों में यदि तरक्की होगी, तो मुझे लगता है, बेहतर समाज की रचना होगी। हमारी सेहत अच्छी होगी, तो हम और ज्यादा मजबूत होंगे। पढ़े-लिखे होंगे, तो हमारा नजरिया लगा होगा। एनवायरमेंट को लेकर मैं हमेशा बहुत चिंतित रहता हूं, काफी जागरूकता आई है, मगर चाहता हूं कि लोग और ज्यादा सजग और संवेदनशील बनें।स्वतंत्र नागरिक के रूप में जीने पर गर्व होता है-विजय देवरकोंडाविजय देवरकोंडामुझे अपनी आजादी पर हमेशा से गर्व महसूस होता आया है। इसे हमने जिन मुशकिओं से हासिल किया, उसके बाद इसे लेकर एक कमाल की फीलिंग होती है। आज अगर हम अपने देश में स्वतंत्र देश के नागरिक होकर अपने जीवन को अपने अंदाज में जी पा रहे हैं, तो उसके लिए हमें देश के तमाम स्वतंत्रता सेनानियों का शुक्रगुजार होना चाहिए। आज हमने हर फील्ड में उन्नति की है। आने वाले समय में मैं देश को तरक्की के ऊंचे मयार पर देखना चाहता हूं। भविष्य में हमें मिलकर बेहतर समाज की रचना करनी है।