‘फर्जी’ में शाहिद की GF बनीं काव्या थापर कौन हैं? गुरुजी के आश्रम में करती हैं सत्संग

बॉलीवुड और OTT पर अब ऐसे कई सारे चेहरे हैं, जो काफी पॉपुलर हो गए हैं यै लोग उन्हें बहुत पसंद कर रहे हैं लेकिन वो फिर भी लोगों की नजरों से दूर हैं। उन्होंने अपनी पहचान तो बना ली है लेकिन वो शायद कहीं छिप गए हैं। उनमें से ही एक हैं एक्ट्रेस काव्या थापर, जिन्हें हाल ही में शाहिद कपूर के साथ ‘फर्जी’ वेब सीरीज में देखा गया है। काव्या थापर एक इंडियन एक्ट्रेस और मॉडल हैं, जो तेलुगु, तमिल और हिंदी फिल्मों में काम करती हैं। थापर का जन्म 20 अगस्त 1995 को महाराष्ट्र में हुआ था। काव्या ने हाल ही में ‘नवभारत टाइम्स’ के साथ खास बातचीत की है और अपनी जिंदगी से जुड़े खास पहलुओं पर काफी कुछ बताया है।1. काव्या थापर इंडस्ट्री में नई हैं, उन्हें बॉलीवुड से कैसे और क्या एक्सपेक्टेशन हैं?मुझे ऐसी कोई खास एक्सपेक्टेशन नहीं है बॉलीवुड से। मुझे बस जो भी मिले उसमें मैं मेरा 100 परसेंट करना चाहती हूं। जो भी टैलेंट है मेरे पास, उसमें पूरी तरह से अच्छा करना चाहती हूं। बस जो मिला है उसमें बेहतर करूं।2. जहां बॉलीवुड में स्टार्किड्स को ज्यादा प्रायोरिटी मिलती है, ऐसे में काव्या को खुदको लेकर क्या लगता है?ये तो कहीं ना कहीं सही है कि सबको कुछ न कुछ प्रिविलेज मिलता ही है, अगर वो किसी से जुड़ा है। इसमें जलने वाली कोई बात नहीं है। आपको जो चीजें मिली हैं, उसमें खुश रहना चाहिए। किसी से जल नहीं सकते आप। आप अपना काम करते जाओ, आपको सफलता मिल जाएगी।3. होली के लिए आपके क्या प्लांस हैं?होली के लिए ज्यादा कुछ सोचा नहीं है। बस अपने गुरुजी के आश्रम में ही रहूंगी। अभी भी यही हूं। अपने भाई-बहनों के साथ यहीं पर होली मनाऊंगी।4. विमेंस डे आनेवाला है, इस पर बॉलीवुड में मेल और फीमेल एक्टर्स के बीच फीस के अंतर पर आप क्या कहेंगी?देखिए, बॉलीवुड में जो फीस होती है, चाहे वो फीमेल या मेल होता है। वो आप पर बेस्ड होती है। अगर हीरो का काम ज्यादा है औ हीरोइन का काम कम है। तो आप कैसे सोच सकते हैं कि आपको भी सेम फीस मिल जाए। थोड़ा बहुत भेदभाव है जो नहीं होना चाहिए। क्योंकि आज इक्वॉलिटी का जमाना है। लेकिन फीस आपके काम के हिसाब से ही मिलती है। अह कल को मुझे सलमान या शाहरुख खान के साथ काम करने को मिलता है, तो जाहिर है आपको कम फीस मिलेगी। बहुत सारे फैक्टर्स पर डिपेंड करता है कि आपको कितनी मिल रही है और आप कितनी मांग रहे हो।5. एक औरत के रूप में आपने अब तक क्या कुछ सीखा है?मैंने एक औरत के रूप में प्रेम, श्रद्धा और भक्ति सीखी है। अपने जीवन में अपने लिए खड़ा होना सीखा है। कैसे औरत होने के नाते आप अपने लिए खड़े कैसे हो सकते हो, ये सीखा है। आप वो सब कर सकती हैं जो एक मर्द कर सकता है। अपने आपको कभी भी उनसे कम नहीं पाया है। खुद के लिए लड़ना सीखा और और अपने लिए जगह बनाना सीखा है।6. फिल्म इंडस्ट्री में आने के बाद ऐसा कोई बुरा एक्सपीरियंस रहा है, जो आप शेयर करना चाहे?मुझे नहीं लगता कि मेरा कोई बुरा एक्सपीरियंस रहा है। मुझे बस इतना समझ आया है कि एक्टिंग कोई खेल नहीं है। एक्टर बनना आसान नहीं है। अभी मेरा शूट करते हुए एक एक्सिडेंट भी हुआ था, इससे मुझे यही समझ आया कि एक एक्टर को क्या कुछ करना पड़ता है, एक सीन करने के लिए। इसके अलावा, मेरे गुरुजी ने हमेशा मुझपर अपना कृपा रखी है। कभी भी मेरे साथ कुछ ऐसा नहीं हुआ है।7. इंडस्ट्री में कास्टिंग काउच जैसे मुद्दे पर आप क्या कहना चाहेंगी?कास्टिंग काउच के मुद्दे पर मैं तो कुछ नहीं कहूंगी क्योंकि मेरा ऐसा कोई एक्सपीरियंस रहा नहीं है लेकिन हां, कई मेरे ऐसे इंडस्ट्री में दोस्त हैं, जिनके साथ ये चीजें हुई हैं और वो इसमें फंसे हैं, चाहें वो मेल हों या फीमेल, सबके साथ ऐसा हो चुका है। ये तो सच है कि अपने पद का फायदा उठाया जाता है। ये चीज बिल्कुल खत्म नहीं हुई है।8. एक्टिंग के अलावा और किन चीजों का शौक है?एक्टिंग के अलावा, मुझे सिंगिंग, डांस और पेंटिंग करना पसंद है। मेरे गुरुजी के आश्रम में सेवा और सत्संग करना भी मुझे अच्छा लगता है। घूमने-फिरने का बहुत शौक है। मैं कविता भी लिखती हूं।9. आनेवाली फिल्में कौन सी और किनके साथ है?मेरे अगले जो प्रोजेक्ट्स हैं, उनमें साउथ की ही तीन फिल्में हैं। मैं एक विजय एंथनी के साथ कर रही हूं, जो मेरी तमिल फिल्म है। एक रवि तेजा के साथ तेलुगू कर रही हूं और एक संदीप के साथ है, वो भी एक तेलुगू फिल्म ही है। इसके साथ कई सारी अच्छी चीजों पर बात चल रही है।10. आपका फैमिली बैकग्राउंड क्या है, थोड़ा कुछ बताएं ।मैं पक्का पंजाबी परिवार से है। मैं मुंबई में ही पली-बढ़ी हूं। मेरा सारा परिवार यहीं मुंबई में रहता है। एक नॉर्मल इंडियन फैमिली के साथ ही रहती हूं। घर में मां-पापा और बड़े भाई रहते हैं। घर में चार बिल्लीयां और दो कुत्ते भी हैं।11. आप साउथ और बॉलीवुड दोनों में काम कर चुकी हैं, दोनों में कोई बड़ा अंतर बताएं, अच्छा या बुरा या दोनों!साउथ और बॉलीवुड के काम करने का तरीका ही बहुत अलग होता है। सबसे बड़ी डिफरेंस भाषा है। क्योंकि हिंदी बोलना सबसे आसान है और वहीं आपको तेलुगू में बोलना हो, तो ये आपके लिए मुश्किल है। हर इंडस्ट्री में सबकुछ अलग है। जैसे-जैसे प्रोजेक्ट बदलते हैं, काम अलग ही होता है। बहुत कुछ सीखने को मिलता है, दोनों जगह से।