भारत की पहली बोलती मूवी ‘आलम आरा’ की हीरोइन जुबैदा, नवाब की बेटी और फिल्मों में काम, परंपरा तोड़ हासिल किया मुकाम

हिंदी फिल्म इंडस्ट्री का इतिहास बहुत पुराना है। साल 1913 में पहली इंडियन मूवी बनी थी- ‘राजा हरिश्चंद्र’, जोकि एक साइलेंट मूवी थी। यानी इसमें डायलॉग्स नहीं थे। इसे दादा साहब फालके ने प्रोड्यूस और डायरेक्ट किया था। इसे व्यापक रूप से भारत में बनी पहली फुल-लेंथ वाली फीचर फिल्म माना जाता है और इसका प्रीमियर 3 मई को मुंबई (तब बॉम्बे) के कोरोनेशन सिनेमा में हुआ था। भारतीय सिनेमा की पहली बोलती मूवी थी- ‘आलम आरा’। ये साल 1931 में रिलीज हुई थी। इसे अर्देशिर ईरानी ने डायरेक्ट और प्रोड्यूस किया था और फिल्म में हीरोइन थीं- जुबैदा बेगम धनराजगीर। क्या आप जानते हैं कि इनका संजय दत्त की दूसरी बीवी रिया पिल्लई से कनेक्शन है।Zubeida Begum Dhanrajgir के बारे में बहुत कम लोग ही जानते होंगे, लेकिन जो सिनेमा लवर्स हैं, वो इनसे अच्छी तरह से वाकिफ होंगे। इनका जन्म साल 1911 में गुजरात में हुआ था। वो नवाब सिदी इब्राहिम मुहम्मद याकूत खान III (सचिन स्टेट) और फातिमा बेगम की बेटी थीं। उनकी दो बहनें सुल्ताना और शहजादी भी एक्ट्रेस थीं।कम उम्र में की फिल्मों में एंट्रीजुबैदा बेगम धनराजगीरजुबैदा उन कुछ लड़कियों में से थीं, जिन्होंने कम उम्र में ही फिल्मों में एंट्री कर ली थी और उस समय जब इस पेशो को सम्मानित परिवार की लड़कियों के लिए सही नहीं माना जाता था।Saturday Superstar: भारत की पहली &amp#39;करोड़पति&amp#39; एक्ट्रेस, एक फिल्म के लिए 5 लाख रुपये फीस, मिली थी दर्दनाक मौतSaturday Superstar: ऑडिशन देते-देते कर्ज में डूब गए थे शारिब हाशमी, असल ज़िंदगी के &amp#39;फैमिली मैन&amp#39; की अनकही कहानी12 साल की उम्र में डेब्यूजुबैदा जब 12 साल की थीं, तब उन्होंने ‘कोहिनूर’ से डेब्यू किया था। 1920 के दशक के दौरान उन्होंने सुल्ताना के साथ स्क्रीन पर बहुत भूमिकाएं निभाईं, जो तब तक भारतीय सिनेमा की सबसे प्यारी एक्ट्रेसेस में से एक बन चुकी थीं। दोनों बहनों की एक्टिंग वाली फिल्मों में से एक 1924 में ‘कल्याण खजिना’ थी। उन्होंने जुबैदा की पहली ब्लॉकबस्टर, ‘वीर अभिमन्यु’ में भी स्क्रीन शेयर किया था, जो जिसमें उनकी मां फातिमा बेगम ने भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।एक साल में 9 फिल्में हुईं रिलीजसाल 1925 में जुबैदा की 9 फिल्में रिलीज हुईं, जिनमें ‘काला चोर’, ‘देवदासी’ और ‘देश का दुश्मन’ शामिल थी। वो अपनी मां की फिल्म ‘बुलबुल-ए-परिस्तान’ में भी नजर आईं। साल 1927 यादगार रहा, क्योंकि ‘लैला मजनू’, ‘ननद भौजाई’ और ‘बलिदान’ जैसी सफल फिल्में कीं।कई मूक फिल्मों में किया कामजुबैदा बेगम धनराजगीरजुबैदा ने’ ‘आलम आरा’ से पहले कई मूक फिल्मों में एक्टिंग की, जो उनके करियर में टर्निंग प्वॉइंट साबित हुईं और उनकी सबसे बड़ी हिट साबित हुई। उनकी अचानक बहुत डिमांड होने लगी और उन्हें उस समय फिल्म इंडस्ट्री में एक महिला के लिए तय नियमों से कहीं ज्यादा सैलरी मिलने लगी। 30 और 40 के दशक की शुरुआत में उन्होंने जल मर्चेंट के साथ एक हिट टीम बनाई और कई सफल ऐतिहासिक महाकाव्य फिल्मों में सुभद्रा, उत्तरा और द्रौपदी जैसे किरदार निभाए।सीन से मच जाता था बवालरिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्होंने कई ऐसे किरदार भी निभाए, जिसके किसिंग सीन ने उस दौरान काफी सुर्खियां बटोरी थीं। वो उन चंद एक्ट्रेसेस में से एक थीं, जिन्होंने मूक युग से टॉकीज युग में सफल बदलाव किया। जुबैदा साल 1934 तक साल में एक या दो फिल्मों में ही नजर आईं। उनकी आखिरी मूवी ‘निर्दोष अबला’ थी।संजय दत्त की दूसरी बीवी रिया पिल्लई की नानीपर्सनल लाइफ की बात करें तो जुबैदा ने हैदराबाद के महाराज नरसिंगिर धनराजगिर ज्ञान बहादुर से शादी की। वह हुमायूं धनराजगीर और धुर्रेश्वर धनराजगीर की मां थीं। धुर्रेश्वर मॉडल रिया पिल्लई की मां हैं और रिया ने संजय दत्त से शादी की थी। कुछ साल बाद दोनों सेपरेट हो गए थे और फिर तलाक ले लिया था। ये संजय दत्त की दूसरी शादी थी। इससे पहले उन्होंने रिचा शर्मा से शादी की थी, जिनकी ब्रेन ट्यूमर से हुई थी। रिया के बाद संजय दत्त ने मान्यता दत्त से शादी की और दोनों के दो जुड़वा बच्चे हैं। उधर, रिया टेनिस प्लेयर लिएंडर पेस संग लिव-इन रिलेशनशिप में थीं। कपल को एक बेटी है। लेकिन रिया और लिएंडर का रिश्ता टूट चुका है।