मूवी रिव्यू: कच्चे लिंबू – Kacchey Limbu movie review in hindi starring Radhika Madan Rajat Barmecha Ayush Mehra Jio Cinema

‘जो कभी नहीं किया उसे करने के लिए वही करना पड़ता है, जो कभी नहीं किया।’ फिल्म ‘कच्चे लिंबू’ के एक सीन में लीड ऐक्ट्रेस राध‍िका मदान जब अपनी टीम के जूनियर साथी को उसको अपना सपना पूरा करने की यह नसीहत देती है, तो वह फिल्म के तकरीबन सारे कलाकारों की बात कर रही होती है, जो अपने सपनों को पूरा करना चाहते हैं।’कच्‍चे लिंबू’ की कहानीयह फिल्म मुंबई की एक सोसायटी से जुड़े ऐसे किरदारों की कहानी है, जो कच्चे नींबूओं की तरह हैं। अपने सपने पूरे करके पकना चाहते हैं। इसमें उनकी मदद करता है क्रिकेट का खेल। अदिति नाथ (Radhika Madan) और उसका भाई आकाश नाथ (Rajat Barmecha) अपने पैरंट्स के साथ रहते हैं। आकाश जहां इंडियन क्रिकेट टीम में खेलना चाहता है, लेकिन उसके घरवाले चाहते हैं कि वह कोई पक्की नौकरी तलाश ले। वहीं, अदिति भारतीय मध्यमवर्गीय परिवारों से आने वाले बच्चों की तरह मम्मी के कहने से भरतनाट्यम, पापा के कहने मेडिकल की तैयारी और दोस्तों के कहने से फैशन डिजाइनिंग में हाथ आजमा रही है। लेकिन हकीकत में कुछ नहीं कर पा रही है।एक दिन अद‍िति के भाई को सोसायटी क्रिकेट की नेशनल लीग में खेलने का चांस मिलता है। इस बीच कुछ ऐसा होता है कि अदिति भी दूसरों के थोपे गए सपनों की बजाय अपने बचपन की चाहत क्रिकेट में हाथ आजमाने के लिए मैदान में आ जाती है। क्या अदिति और आकाश अपनी मंजिल को हासिल कर पाते हैं? यह आपको पूरी फिल्म देखकर पता लगेगा।’कच्‍चे लिंबू’ फिल्‍म का ट्रेलर’कच्‍चे लिंबू’ मूवी रिव्‍यूयह फिल्‍म पहले टोरंटो फिल्म फेस्टिवल में दिखाई जा चुकी है। अब इसे सीधे ओटीटी पर Jio Cinema प्‍लेटफॉर्म पर रिलीज किया गया है। फिल्म के डायरेक्टर शुभम योगी ने एक दिलचस्प विषय पर अच्छा फैमिली ड्रामा रचने का प्रयास किया है। हालांकि फिल्म की कहानी पर स्क्रीनप्ले की कमजोरी के चलते वह इसमें पूरी तरह कामयाब नहीं हो पाए। बावजूद इसके फिल्म अपने लीक से हटकर सब्जेक्ट के चलते लुभाती है।फिल्म की शुरुआत दिलचस्प अंदाज में होती है, लेकिन फिर चीजें काफी तेजी से डवलप होती हैं और स्क्रीनप्ले की कमजोरी के चलते दर्शक कहानी में कंफ्यूज हो जाते हैं। लेकिन सेकंड हाफ में सोसायटी क्रिकेट लीग शुरू होने के बाद चीजें फिर से पटरी पर लौट आती हैं और फिल्म का अंत एक दिलचस्प क्लाईमैक्स के साथ होता है।शुभम ने यदि फिल्म की कहानी और स्क्रीनप्ले पर थोड़ी और मेहनत की होती, तो इसे बेहतर किया जा सकता था। राधिका मदान ने फिल्म में अच्छी एक्टिंग की है। वह काफी फ्रेश लगी हैं, वहीं रजत बारमेचा और आयुष मेहरा ने भी उनका अच्छा साथ निभाया है। फिल्म का म्यूजिक इसकी गति बढ़ाने में मदद करता है। बैकग्राउंड स्कोर भी दिलचस्पी जगाता है।क्‍यों देखें- अगर आप वीकेंड पर लीक से हटकर फिल्म देखना चाहते हैं, तो इस फिल्म को आजमा सकते हैं।