केष्टो मुखर्जी की 7 अगस्त को 98वीं बर्थ एनिवर्सरी के मौक पर जानिए उनके संघर्ष की प्रेरणाभरी कहानी। केष्टो ने बताया था कि वह कैसे चूहों से भरे गंदे कमरे में रहते, कुत्ते के साथ सोते थे। खाने को कुछ भी नहीं था तो सिर्फ शराब ही पीते थे। लेकिन उसी शराब ने उन्हें स्टार बना दिया था।