21 हजार गाने गा चुके कुमार सानू को नहीं मिला नेशनल अवॉर्ड, कहा- मुझे मक्‍खन लगाना नहीं आता

बॉलीवुड के फेमस सिंगर कुमार सानू पिछले चार दशक से दर्शकों को एंटरटेन कर रहे हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि उन्होंने 21 हजार से ज्यादा गाने गाए हैं। 90 के दशक में हर तरफ उनकी ही आवाज गूंजती थी। लेकिन इतना योगदान देने के बावजूद उन्हें आज भी नेशनल अवॉर्ड नहीं मिला है। और ना ही पद्म भूषण। अब इसको लेकर उनका दर्द छलका है। आइये जानते हैं कि उन्होंने ‘सरकार’ और ‘मक्खन’ को लेकर क्या कहा है। मालूम हो कि कुमार सानू को साल 2009 में भारत सरकार ने पद्म श्री के सम्मान से नवाजा था।’एक सनम चाहिए आशिकी के लिए…’, ‘मेरा दिल भी कितना पागल है…’, ‘दो दिल मिल रहे हैं…’ ऐसे ही तमाम गाने, जो आज भी उतने ही फेमस हैं, जितने उस जमाने में हुआ करते थे। चाय की टपरी हो या फिर ऑटोरिक्शा, आज भी कई जगहों पर इस तरह के गाने बजते हैं। जब कानों में पड़ते हैं तो शहद की तरह घुल जाते हैं। इन गानों को आवाज देने वाले सिंगर कुमार सानू। रिपोर्ट्स कहती हैं कि उन्होंने 21 हजार से ज्यादा गानें गाए हैं। उनका कहना है कि उन्हें मक्खन लगाने की कला नहीं आती है, उनके पास ऐसा अप्रोच भी नहीं है, जो उन्हें नेशनल अवॉर्ड तक पहुंचा सके।’जुर्म’ के सेट से शुरू हुई थी कुमार सानू और मीनाक्षी शेषाद्रि की लव स्टोरी, सेक्रेटरी ने खोली थी सिंगर की पोलIndian Idol 14 में फेरबदल, हिमेश-नेहा और आदित्य की छुट्टी, श्रेया घोषाल-कुमार सानू होंगे जज, 8 साल बाद लौटे हुसैनकुमार सानू का छलका दर्दKumar Sanu ने अपना दर्द बताते हुए ‘आज तक’ से कहा कि उन्हें नेशनल अवॉर्ड और पद्म भूषण पहले ही मिल जाना चाहिए था, लेकिन इस सम्मान के बिना ही संतोष करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा, ‘अगर आपके पास मक्खन लगाने की स्किल और बड़ा अप्रोच नहीं है तो ये अवॉर्ड मिलना संभव नहीं है। अगर सरकार को लगेगा तो मुझे अवॉर्ड दे देंगे। इसके अलावा मेरे पास और कोई चारा नहीं है।’जगजीत सिंह ने की थी मददकुमार सानूकुमार सानू ने अपने करियर की शुरुआत बतौर सानू भट्टाचार्या साल 1983 में की थी। साल 1986 में वो ‘तीन कन्या’ फिल्म में थे, जिसे Shibli Sadiq ने डायरेक्ट किया था। उनका मेजर बॉलीवुड सॉन्ग ‘हीरो हीरालाल’ फिल्म में था, जो साल 1988 में रिलीज हुई थी। एक साल बाद जगजीत सिंह ने कुमार सानू का परिचय कल्याण जी से करवाया। उनके सुझाव पर ही कुमार सानू ने अपना नाम बदला। चूंकि वो किशोर कुमार को मानते थे, इसलिए अपने नाम के आगे कुमार लगा लिया। कल्याण जी-आनंद जी ने कुमार सानू को ‘जादूगर’ फिल्म में गाने का मौका दिया।Chal Zindagi Public Review: जानिए कैसी है कुमार सानू की बेटी शैनन की डेब्‍यू फिल्‍म ‘चल जिंदगी”आशिकी’ मूवी से मिली सक्सेससाल 1990 में कुमार सानू को तब सफलता मिली, जब ‘आशिकी’ फिल्म हिट हुई और उन्होंने फिल्म के गाने गाए। फिर उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा और ‘साजन’, ‘दीवाना’ जैसी सुपरहिट फिल्मों में गाने गाए।