अक्षय कुमार (Akshay Kumar) की फिल्‍म ‘बेल बॉटम’ (Bell Bottom) का ट्रेलर रिलीज हो गया है। इसे सोशल मीडिया पर लोग काफी पसंद कर रहे हैं और ऐक्‍टर को ऐक्‍शन वाले अवतार में देख फैंस काफी खुश हैं। हालांकि, ट्रेलर में जिसने सबसे ज्‍यादा ध्‍यान खींचा, वह ऐक्‍ट्रेस लारा दत्‍ता (Lara Dutta) हैं जो इंदिरा गांधी के रोल में नजर आ रही हैं। अब अक्षय ने एक वीडियो शेयर कर बताया है कि लारा कैसे इंदिरा गांधी बनीं। अक्षय ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लारा के ट्रांसफर्मेशन का जबरदस्‍त वीडियो शेयर किया है। 46 सेकंड के इस वीडियो को शेयर करते हुए ऐक्‍टर ने कैप्‍शन दिया, ‘ऐसा दिखता है जब किसी किरदार को जिंदगी में उतारा जाता है। लारा दत्‍ता, आपने बेल बॉटम में कमाल कर दिया। 19 अगस्‍त को इसे बड़े पर्दे पर और 3डी में देखें।’लोगों के आए ऐसे कॉमेंट्सअब लोग इस पर अलग-अलग कॉमेंट्स कर रहे हैं और कुछ यूजर्स लुक पर अपनी राय भी दे रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, ‘अद्भुत लेकिन मुझे लगता है कि नाक थोड़ी अच्‍छी हो सकती थी।’ वहीं, एक यूजर ने यहां तक लिख दिया कि प्‍लीज मेकअप आर्टिस्‍ट्स को कांग्रेस में भेज दीजिए और प्रियंका गांधी को इंदिरा गांधी में बदल दीजिए। एक अन्‍य यूजर ने लिखा कि मेकअप आर्टिस्‍ट्स को तो प्रणाम है। लारा दत्‍ता हैं, यकीन ही नहीं हुआ।लारा ने किया खूब होमवर्कलारा के मुताबिक, उन्‍हें इस रोल के लिए बहुत सारा होमवर्क करना पड़ा। उन्‍होंने इंदिरा गांधी के बारे में खूब रिसर्च भी की। किताबें पढ़ीं, वीडियोज देखे और इंदिरा गांधी के बोलने से लेकर चलने-फिरने तक के अंदाज को अपनाया।मेकअप आर्टिस्‍ट्स के साथ 3-4 घंटे की मेहनतलारा के साथ ही इस किरदार के लिए सबसे ज्‍यादा मेहनत मेकअप आर्टिस्‍ट्स ने की। बताया जाता है कि लारा को इंदिरा गांधी का रूप देने के लिए कई बार उनका लुक टेस्‍ट हुआ। घंटों मेकअप कर उनके चेहरे को पूर्व पीएम जैसा बनाया गया। हर शूट से पहले लारा को मेकअप आर्टिस्‍ट्स के साथ 3-4 घंटे बिताने पड़ते थे।19 अगस्‍त को रिलीज हो रही है फिल्‍म’बेल बॉटम’ 19 अगस्‍त को सिनेमाघरों में रिलीज हो रही है। लॉकडाउन के बाद अब दिल्‍ली, मध्‍य प्रदेश और कई राज्‍यों में 50 फीसदी सीट कैपिसिटी के साथ सिनेमाघर खुल गए हैं। हालांकि, महाराष्‍ट्र में अभी भी सिनेमाघर बंद हैं। ट्रेलर लॉन्‍च पर अक्षय कुमार ने कहा कि फिल्‍म की रिलीज को अभी 17-18 दिन बाकी हैं, इसलिए वह यही कहना चाहेंगे कि संभव है कि इतने दिनों में हालात और बेहतर हो जाएं।