अर्जुन कपूर (Arjun Kapoor) ने आखिरकार अपनी और सौतेली बहनों जान्हवी (Janhvi Kapoor) और खुशी कपूर (Khushi Kapoor) के साथ मौजूदा रिश्ते पर कुछ बातें कही हैं। उन्होंने कहा कि वह यह झूठ नहीं बताना चाहते कि सबकुछ बिल्कुल ठीक है। अर्जन ने आगे यह भी कहा कि वे अलग-अलग फैमिली हैं जो एक साथ रहने और साथ-साथ चलने की कोशिश कर रहे हैं।11 साल के थे अर्जुन जब पापा ने दूसरी शादी कर ली थीअर्जुन कपूर और उनकी बहन अंशुला बोनी कपूर की पहली वाइफ मोना के बच्चे हैं। बोनी और मोना जब अलग हुए तो अर्जुन सिर्फ 11 साल के थे। इसके बाद बोनी ने ऐक्ट्रेस श्रीदेवी से शादी कर ली थी जिनसे उनको दो बेटियां जान्हवी और खुशी कपूर हैं। अर्जुन की मां की अचानक मौत ने अर्जुन और अंशुला को एकदम अकेला कर दिया था। अपने मां-पापा के बिखरते रिश्ते को देखकर अर्जुन कपूर काफी टूट गए थे। अर्जुन ने निभाई जान्हवी और खुशी के बड़े भाई की भूमिकाहालांकि, अर्जुन कपूर उस वक्त एक बड़े भाई की भूमिका बखूबी निभाई जब जान्हवी कपूर और खुशी कपूर के सिर से मां का साया छिन गया था। श्रीदेवी के निधन के बाद अर्जुन कपूर ने अपनी जिम्मेदारी को अच्छी तरह से समझते हुए परिवार के सभी सदस्यों को साथ लेकर चलना शुरू कर दिया। इसके बाद से अक्सर जान्हवी, खुशी, अंशुला और अर्जुन साथ नजर आया करते और उनकी बॉन्डिंग भी अच्छी नजर आने लगी। अर्जुन ने कहा- हम आज भी अलग फैमिली हैंअब अर्जुन कपूर ने Bollywood Bubble को दिए अपने इंटरव्यू में अपने और अंशुला के जाह्नवी और खुशी के साथ इक्वेशन पर बात की है। अर्जुन कपूर ने कहा- वह यह झूठी तसल्ली नहीं देना चाहते कि सबकुछ बिल्कुल ठीक है। उन्होंने आगे कहा, ‘यदि मैं कहूं कि हम परफेक्ट फैमिली हैं तो यह गलत होगा। यह डिफरेंट ओपिनियन की बात नहीं , हम आज भी अलग फैमिली हैं और हम एक-दूसरे के साथ मिला-जुलाकर चलने की कोशिश कर रहे हैं। जब हम साथ होते हैं तो अच्छा वक्त बिताया करते हैं, इसके बावजूद हम एक यूनिट का हिस्सा नहीं। मैं यह झूठ नहीं बेचना चाहता कि सबकुछ बिल्कुल परफेक्ट है। यह परफेक्ट नहीं हो सकता क्योंकि हम अब भी एक-दूसरे को समझने की कोशिश कर रहे हैं।’ ‘हमारी जिंदगी में दो सबसे बुरे वक्त आए’अर्जुन ने कहा, ‘हमारी जिंदगी में दो सबसे बुरे वक्त आए जिसने हमें एक किया। हम हमेशा बिखरे हुए टुकड़ों की तरह हैं, जो एक-दूसरे की लाइफ में आए गैप को भरने कोशिश किया करते हैं। हम एक-दूसरे के लिए सपोर्ट सिस्टम हैं। जान्हवी और खुशी के जन्म के 20 साल बाद हम मिले। मैं अब 35 साल का हूं और अंशुला 28 की अब हम मैच्योर हो चुके हैं। हमारे लिए उस तरह से मिलजुल कर रहना काफी मुश्किल है। मुझे लगता है कि इम्पर्फेक्शन भी काफी दिलचस्प है, क्योंकि तभी आप मतभेदों का सम्मान करते हैं। हालांकि एक तरह से हम मिलते-जुलते हैं जिसकी वजह हमारे पापा की जीन्स है।’