शाहरुख खान (Shah Rukh Khan) के बेटे आर्यन खान (Aryan Khan) इन दिनों मुंबई की आर्थर रोड जेल में बंद हैं। उन्हें मुंबई के क्रूज ड्रग्स मामले में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने कई अन्य लोगों के साथ पकड़ा था। आर्यन की गिरफ्तारी को लेकर जहां कई लोगों ने विरोध किया, वहीं तमाम सोशल मीडिया यूजर्स ने इससे उलट विचार रखे। अब इस मामले पर मशहूर राइटर जावेद अख्तर (Javed Akhtar) ने अपना रिऐक्शन दिया है। मुंबई के जुहू स्थित एक बुक स्टोर में ‘चेंजमेंकर्स’ नाम की किताब के लॉन्च के मौके पर जावेद अख्तर ने शाहरुख और आर्यन का नाम लिए बिना उनका समर्थन किया। उन्होंने कहा कि जांच के नाम पर बॉलिवुड और इंडस्ट्री के बड़े-बड़े सिलेब्रिटीज को निशाना बनाया जा रहा है। बिलियन डॉलर कोकीन वाली हेडलाइन नहीं देखीअख्तर ने कहा, ‘मैं तो यही कहना चाहूंगा कि एक पोर्ट (अडानी के पोर्ट) पर एक बिलियन डॉलर की कोकीन मिलती है और एक जगह कहीं क्रूज पर 1200 लोग मिलते हैं और वहां पर 1.30 लाख कीमत की चरस बरामद की जाती है। यह एक बहुत बड़ी नैशनल न्यूज बन जाती है मगर बिलियन डॉलर कोकीन के बारे में मैंने हेडलाइन तक नहीं देखी। पांचवें या छठें पेज पर खबर आ जाती है और फिर कहा जाता है कि हम इस पोर्ट पर जहाज ही नहीं आने देंगे। अरे जो मिला है, उसके बारे में तो पहले बात करो।’हाई प्रोफाइल होने की कीमत चुका रहा बॉलिवुडजावेद अख्तर ने आगे कहा, ‘हाई प्रोफाइल होने की कीमत बॉलिवुड को चुकानी पड़ रही है। जब आप हाई प्रोफाइल होते हैं तो किसी को नीचे खींचने में, आप पर पत्थर फेंकने में, उस पर कीचड़ उछालने में सबको मजा आता है। अगर आप कुछ भी नहीं हैं तो किसको मजा आएगा आप पर पत्थर फेंकने में?’बांग्लादेश में हिंदुओं की हत्याओं पर बोले अख्तरजब एबीपी न्यूज ने शाहरुख और उनके बेटे आर्यन को निशाना बनाए जाने को लेकर सवाल पूछा तो जावेद अख्तर ने दोनों का नाम लेते हुए इस बारे में विस्तार से कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। वहीं, बांग्लादेश में हिंदुओं की हो रही हत्याओं और उन्हें निशाना बनाए जाने को लेकर भी अख्तर ने अपनी राय रखते हुए कहा, ‘जहां कहीं भी अल्पसंख्यकों के खिलाफ अन्याय हो, जहां कहीं भी दमन हो, मैं चिंतित हो जाता हूं। फिर चाहे दुनिया में कहीं भी ऐसा क्यों ना हो। यह बेहद शर्म की बात है कि ऐसा बांग्लादेश में हो रहा है। हसीना शेख की पहचान एक उदारवादी नेता के तौर पर बनी थी और उनके नाक के नीचे ऐसी वारदातें हो रहीं हैं। ऐसी घटनाएं भारत में हों या फिर कहीं बाहर, यह बेहद चिंता का विषय है।’