दो छोटे रोल्स करने के बाद निर्मल पांडे को पहली बार शेखर कपूर की ‘बैंडिट क्वीन’ (1996) में नोटिस किया गया। उन्हें अमोल पालेकर की ‘दायरा’ (स्क्वायर सर्कल) (1996), ‘ट्रेन टू पाकिस्तान’ (1998), ‘इस रात की सुबह नहीं’ और ‘हम तुम पे मरते हैं’ जैसी फिल्मों के लिए पॉजिटिव रिस्पॉन्स मिला। उन्होंने ‘लैला’, ‘प्यार किया तो डरना क्या’, ‘वन 2 का 4’ और ‘शिकारी’ जैसी फिल्में की।