बॉलिवुड के दिग्गज ऐक्टर राज बब्बर अब फिल्मों से ज्यादा राजनीति की दुनिया में ऐक्टिव रहते हैं। 23 जून 1952 को पैदा हुए राज बब्बर बुधवार को 68 साल (Raj Babbar Birthday) के हो गए हैं। नैशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (National School of Drama) से मेथड ऐक्टिंग की ट्रेनिंग लेने वाले राज बब्बर ने 150 से ज्यादा फिल्मों में काम किया। यह दिलचस्प है कि पर्दे पर उनकी शुरुआत नेगेटिव रोल से हुई, लेकिन उन्होंने बतौर हीरो सिनेमाई पर्दे पर अमिट छाप छोड़ी। यह वह दौर जब हर ऐक्टर को यह डर लगता था कि यदि उसने पर्दे पर एक बार विलन की भूमिका निभा ली, तो हमेशा विलन ही बने रहेंगे। लेकिन राज बब्बर ने इस मिथक को तोड़ा था। शुरुआती करियर में ही उन्हें पर्दे पर एक ऐसा रोल मिला, जिसे करने में उनकी हालत खराब हो गई थी। उन्हें डर था कि इसके बाद कभी वह फिल्म के हीरो नहीं बन पाएंगे।करियर की शुरुआत में ही मिला रेपिस्ट का रोलनैशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से पास होने के बाद राज बब्बर मुंबई आए। साल 1977 में उन्होंने ‘किस्सा कुर्सी का’ (Kissa Kursi ka) फिल्म से बॉलिवुड डेब्यू किया। शबाना आजमी और उत्पल दत्त की इस फिल्म में राज बब्बर का छोटा सा रोल था। उन्हें नोटिस भी नहीं किया गया।करीब तीन साल के स्ट्रगल के बाद 1980 में राज बब्बर की बैक टू बैक 7 फिल्में रिलीज हुईं। लेकिन जिस एक फिल्म ने उन्हें सबसे ज्यादा पॉप्युलैरिटी दी, वह थी ‘इंसाफ का तराजू।’ बीआर चोपड़ा की इस फिल्म (Insaf Ka Tarazu) में उनके साथ जीनत अमान (Zeenat Aman), पद्मिनी कोल्हापुरे (Padmini Kohlapure) और दीपक पराशर (Deepak Parashar) मुख्य भूमिकाओं में थे। फिल्म में राज बब्बर का किरदार एक रेपिस्ट (बलात्कारी) का था, इसे राज ने जिस खूबसूरती ने निभाया, उसकी आज भी तारीफ की जाती है।लग रहा था डर, हो गए थे परेशानयह दिलचस्प है कि राज बब्बर इस फिल्म को करने से हिचक रहे थे। एक भयानक बलात्कारी के रूप में पर्दे पर खुद को उतारने के लिए राज बब्बर बतौर ऐक्टर तैयार तो थे, लेकिन उन्हें डर था कि यह उनके करियर की सबसे बड़ी गलती ना साबित हो जाए। ऐसा इसलिए कि शुरुआती करियर में ही पर्दे पर इस तरक का नेगेटिव किरदार, उनके हीरो बनने के सपने को पलभर में चूर-चूर कर सकता था। फिल्म में उन्हें जीनत अमान और फिर बाद में उनकी बहन (पद्मिनी कोल्हापुरे) के साथ रेप (Insaf Ka Tarazu Rape Scene) करना था। फिल्म के अंत में जीनत गोली मारकर उनकी हत्या कर देती है। राज बब्बर फिल्म की शानदार कहानी को लेकर तो आश्वस्त थे, लेकिन एक बात और थी जो उन्हें परेशान कर रही थी। डर था, कहीं बर्बाद न हो जाए करियरदरअसल, जीनत अमान के साथ रेप सीन को लेकर राज बब्बर बुरी तरह घबराए और डरे हुए थे। जीनत अमान तब बॉलिवुड की नंबर-1 ऐक्ट्रेस थीं। ऐसे में राज बब्बर को यही लग रहा था कि यह सही नहीं है। जीनत के साथ रेप सीन करने में भी वह सहज नहीं थे, क्योंकि थिएटर से अगल फिल्म की शूटिंग अलग तरीके से होती है। राज बब्बर को डर था कि इस दौरान यदि जीनत को कुछ अजीब लगा तो उनका करियर बनने से पहले बिगड़ जाएगा। यही नहीं, रेप सीन से पहले उन्हें जीनत अमान के साथ हाथापाई भी करनी थी। …ताकि दर्शक महसूस करे वो गुस्साराज बब्बर अपनी इमेज को लेकर सबसे ज्यादा डरे हुए थे। उन्होंने फिल्म के डायरेक्टर बीआर चोपड़ा (BR Chopra) से यह गुजारिश भी की कि वो रेप सीन में कुछ बदलाव करें और इसे वीभत्स और खौफनाक बनाने की बजाय थोड़ा नरम रुख अपनाएं। बीआर चोपड़ा अपनी फिल्म और स्क्रिप्ट को लेकर स्पष्ट थे कि वह ऐसा कोई बदलाव नहीं चाहते। वह यही चाहते थे कि यह सीन इस कदर भयानक हो कि जब अंत में ऐक्ट्रेस अपने रेपिस्ट को गोली मारे तो वह गुस्सा दर्शकों को भी महसूस होना चाहिए। खास बात है कि ऐसा हुआ भी। जीनत अमान ने राज को अपने पास बुलायाखैर, बात आगे बढ़ी। जीनत अमान को राज बब्बर के इस डर के बारे में बताया गया। राज नए थे और जीनत उनकी परेशानी को समझ रही थीं। इसलिए उन्होंने अपने स्तर पर इसे बेहतर बनाने की कोशिश की। जीनत ने राज बब्बर को अपने पास बुलाया और उनके साथ सीन डिस्कस किया। जीनत ने कहा कि हम इस सीन की कई बार रिहर्सल कर सकते हैं। ऐसा इसलिए कि शूट के वक्त राज बब्बर जितना क्रूर दिखेंगे, यह सीन कहानी के हिसाब से उतना बेहतर बन पाएगा। राज बब्बर की ऐक्टिंग की मुरीद हुईं जीनत अमानजीनत से बात करने के बाद राज बब्बर की परेशानी थोड़ी कम हुई। उनमें थोड़ी हिम्मत भी जगी। लेकिन उनके मन में अब भी यही परेशानी थी कि उन्हें रेप सीन शूट करने के दौरान जीनत संग बदतमीजी करनी होगी। जीनत और राज बब्बर ने इसके बाद बंद कमरे में कई बार रिहर्सल की। मौका आया, सीन के शूट होने का। राज बब्बर को पहले जीनत अमान से मारपीट करनी थी। उन्हें जमीन पर इधर-उधर पटकना था। राज बब्बर ने शूट शुरू किया, उन्हें डर था कि जीनत को चोट पहुंच सकती है, लेकिन जीनत ने कोई संकोच नहीं किया। बल्कि शूट के दौरान वह राज बब्बर के बोल्डनेस से काफी प्रभावित हुईं।मिला बेस्ट ऐक्टर का फिल्मफेयर नॉमिनेशनआखिरकार, रेप सीन शूट हुआ। इस फिल्म की बदौलत राज बब्बर स्टार बन गए। उन्हें उस साल फिल्मफेयर में बेस्ट ऐक्टर अवॉर्ड के लिए नॉमिनेट भी किया गया। इस फिल्म के बाद राज बब्बर बीआर चोपड़ा के बैनर के सबसे फेवरिट स्टार भी बन गए। ‘निकाह’ और ‘आज की आवाज’ जैसी सुपरहिट फिल्मों में उन्होंने काम किया। जब बीआर चोपड़ा ने टीवी पर ‘महाभारत’ बनाई, तब वहां भी उन्हें रोल मिला।नादिरा और स्मिता पाटिल से की शादीराज बब्बर ने अपने फिल्मी करियर में ‘कलयुग’, ‘प्रेम गीत’, ‘अर्पण’, ‘मेहंदी’, ‘जीने नहीं दूंगा’ समेत कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया। आखिरी बार सिनेमाई पर्दे पर वह 2015 में अर्जुन कपूर और मनोज बाजपेयी के साथ ‘तेवर’ फिल्म में नजर आए थे। राज बब्बर ने नादिरा जहीर से पहली शादी थी। आर्य बब्बर और जूही बब्बर, राज और नादिरा की संतान हैं। जबकि बाद में उन्होंने ऐक्ट्रेस स्मिता पाटिल से शादी कर ली। प्रतीक बब्बर, राज और स्मिता के बेटे हैं।