नयी दिल्ली, 29 दिसंबर (भाषा) दिल्ली-एनसीआर में इस साल पट्टे या लीज पर कार्यालय स्थल की मांग 79 प्रतिशत बढ़कर 78 लाख वर्ग फुट हो गई, जो वर्ष 2020 में 43 लाख वर्ग फुट थी। सैविल्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2021 में देश के छह प्रमुख शहरी इलाकों- दिल्ली-एनसीआर, मुंबई, चेन्नई, बेंगलूरु, पुणे और हैदराबाद में दफ्तरों के लिए कार्यालय स्थलों की मांग 15 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 3.69 करोड़ वर्ग फुट रही। एक साल पहले यह क्षेत्रफल 3.2 करोड़ वर्ग फुट था। बेंगलूरु में पट्टे पर दिया गया कुल कार्यालय स्थल 1.2 करोड़ वर्ग फुट रहा, जो एक साल पहले के 1.14 करोड़ वर्ग फुट की तुलना में पांच प्रतिशत अधिक है। हालांकि, चेन्नई में किराये पर दिए गए कार्यालय का क्षेत्रफल 43 लाख वर्ग फुट से घटकर इस साल 40 लाख वर्ग फुट पर आ गया। हैदराबाद में यह मामूली बढ़त के साथ 57 लाख वर्ग फुट रहा। मुंबई में पट्टे पर दिए गए दफ्तरों का सकल आकार 46 लाख वर्ग फुट रहा जो एक साल पहले 29 लाख वर्ग फुट था। वहीं पुणे शहर में दफ्तरों को पट्टे पर देने की दर 21 प्रतिशत गिरकर 29 लाख वर्ग फुट पर आ गई जो वर्ष 2020 में 36 लाख वर्ग फुट थी। सैविल्स इंडिया के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अनुराग माथुर ने कहा, ‘‘भले ही महामारी की दूसरी लहर ने वर्ष 2021 में आर्थिक गतिविधियों को सुस्त कर दिया था लेकिन साल की दूसरी छमाही में लंबित मांग के भी सामने आने से पट्टे पर दफ्तरों की मांग तेज हुई।’’ मैक्स वेंचर्स एंड इंडस्ट्रीज लिमिटेड के प्रबंध निदेशक एवं सीईओ साहिल वाचानी ने कहा कि गुणवत्तापरक कार्यस्थलों की मांग बढ़ने और आपूर्ति कम होने से मौजूदा किरायेदारों के नवीनीकरण कराने और नए ग्राहकों के सामने आने से इस बाजार को तेजी मिली।