नई दिल्ली: एक पोस्ट को लेकर हुंडई (Hyundai Post) के खिलाफ फूटा भारतीयों का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा है। हुंडई पाकिस्तान (Hyundai Pakistan) की ओर से डाली गई पोस्ट पर हुंडई इंडिया (Hyundai India) अपनी सफाई में बयान जारी कर चुकी है लेकिन फिर भी ट्विटर पर उसे लगातार आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। दरअसल यह सब शुरू हुआ हुंडई पाकिस्तान की रविवार को डाली गई एक पोस्ट से। Hyndai Pakistan के ट्विटर हैंडल से डाली गई पोस्ट में लिखा था, ‘चलिए याद करें कश्मीरी भाइयों के बलिदान को और उनका समर्थन करें क्योंकि वे अभी भी आजादी के लिए संघर्षरत हैं।’ इसके साथ #HyundaiPakistan और #KashmirSolidarityDay हैशटैग भी डाला गया था।बस फिर क्या था यह पोस्ट वायरल हो गई और हुंडई अचानक से सोशल मीडिया में चर्चा में आ गई। ट्विटर पर #BoycotHyundai ट्रेंड करने लगा। सोशल मीडिया पर लोग कंपनी को भला-बुरा कहने लगे। लोग कह रहे थे कि हुंडई ने दुनिया के सबसे बड़े बाजार को समझने में भूल कर दी, अब भारतीय उसे घुटने पर लाएंगे। कुछ लोग तो कंपनी की गाड़ियां ना खरीदने की बातें भी करने लगे। ये सब देखते हुए हुंडई पाकिस्तान के ट्विटर हैंडल से पोस्ट को डिलीट कर दिया गया, लेकिन सोशल मीडिया पर उसका स्क्रीन शॉट वायरल हो गया। कड़ी आलोचना होती देख हुंडई इंडिया को भारत के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को सिद्ध करने के लिए एक बयान जारी करना पड़ा। लेकिन हुंडई का यह बयान भारतीयों के गुस्से को शांत नहीं कर सका। अभी भी ट्विटर पर #BoycotHyundai और #BoycotKia ट्रेंड कर रहा है। ट्विटर पर एक यूजर ने लिखा है, ‘यहां बात खत्म नहीं हुई। आपकी पेरेंट कंपनी ने एंटीनेशनल एक्ट किया है। आपका व्यवहार जिद्दी किस्म का है और आप गलती स्वीकार नहीं कर रहे हैं, न ही माफी मांग रहे हैं। हुंडई भारत से कमाई करती है, इसे सेकंड होम बताती है और इसे ही डैमेज कर रही है।’एक अन्य यूजर ने लिखा, ‘जब कॉरपोरेट ये भूल जाते हैं कि वे क्या हैं और राजनीति में घुसने लगते हैं तो यही होता है। हुंडई को भारत और पाकिस्तान में अपने कारोबार के साइज पर विचार करना चाहिए। यह बयान जो बिगड़ा है, उसे सुधारने में मदद नहीं करेगा।’एक अन्य यूजर ने लिखा, ‘हुंडई इंडिया, आपकी बिक्री भारत में हर साल पाकिस्तान की पूरी ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री की कुल बिक्री के मुकाबले 3 गुना ज्यादा रहती है। आप न केवल हमारी भावनाओं के प्रति असंवेदनशील हैं बल्कि आपका बिजेनस सेंस भी जीरो है।’आला अधिकारी भी हुंडई से नाराजइंडियन आर्मी के रिटायर्ड जनरल ऑफिसर केजेएस ढिल्लन भी बॉयकॉट हुंडई के साथ उतर आए हैं। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘हमने बहादुर सिपाहियों और निर्दोष निहत्थे नागरिकों का बलिदान दिया है। उनका बलिदान हम भारतीयों के लिए ज्यादा मूल्यवान है।’आईपीएस अरुण बोथरा ने कहा, ‘मेरी व्यक्तिगत क्षमता और सीमित पहुंच में, मैं हर किसी से अपील करता हूं कि हुंडई की वाहन न खरीदें। मैं पहली बार किसी बॉयकॉट कॉल को सपोर्ट कर रहा हूं। उनके मन में हमारी राष्ट्रीय भावनाओं के लिए कोई सम्मान नहीं है। उनके द्वारा जारी किया गया आधा-अधूरा बयान बताता है कि उन्हें कोई पछतावा भी नहीं है।’फिल्म मेकर विवेक रंजन अग्निहोत्री ने ट्वीट किया है, ‘प्रिय भारतीयों, हुंडई इंडिया का यह डिप्लोमेटिक और नॉन कमिटल स्टेटमेंट मुझे बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं है। जब तक Hyundai Corporation यह बयान जारी नहीं करती कि ‘कश्मीर भारत का एक अभिन्न अंग है, उन्हें व्यापार करने से रोका जाना चाहिए। दोस्तों क्या आप सहमत हैं?”भारत में Hyundai को TATA कहने का समय आ गया है’, कश्मीर पर कमेंट से फूटा गुस्सा