नई दिल्ली Mukesh Ambani News: मुकेश अंबानी ने इस बार दिवाली से पहले जमकर खरीदारी की है। जर्मन सोलर वेफर कंपनी से लेकर नॉर्वे की सोलर पैनल मैन्युफैक्चरर और देश की अक्षय ऊर्जा कंपनी तक, उन्होंने क्लीन एनर्जी का जायंट बनने की दिशा में हर संभव कदम उठाए हैं। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने अगले 3 साल में अक्षय ऊर्जा पर ₹75,000 करोड़ खर्च करने की योजना बनाई है। कंपनी अपने कारोबार को साल 2035 तक नेट कार्बन न्यूट्रल लेवल पर ले जाना चाहती है।यह भी पढ़ें: फाल्गुनी नायर लंबी अवधि के हिसाब से नायका के शेयरों को मान रही हैं काफी फायदेमंद, जानिए क्या है वजहजियो वाली कामयाबी दोहरा पाएगी रिलायंस? देश में टाटा और अडानी जैसी कंपनियां पहले से ही से अक्षय ऊर्जा कारोबार कर रही है। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने रिलायंस न्यू एनर्जी सोलर लिमिटेड नाम से एक नई कंपनी बनाई है और आक्रामक तरीके से कारोबार में प्रवेश करना चाहती है। सवाल यह है कि जिस तरह टेलीकॉम बिजनेस में जियो ने धमाका मचाया था, क्या मुकेश अंबानी सोलर एनर्जी कारोबार में उसी तरह की शुरुआत कर सकते हैं, क्या वे उसी तरह का प्रभाव अक्षय ऊर्जा कारोबार में दिखा सकते हैं? कर्ज मुक्त कंपनी होने और नकदी की पर्याप्त आवक की वजह से मुकेश अंबानी इस बात को लेकर आश्वस्त हैं।RNESL ने की खरीदारी आरआईएल की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी रिलायंस न्यू एनर्जी सोलर लिमिटेड (आरएनईएसएल) ने चाइना नेशनल ब्लूस्टार (ग्रुप) से आरईसी ग्रुप की 100% हिस्सेदारी खरीदने की घोषणा की है। सौदा 77.1 करोड़ अमेरिकी डॉलर यानी करीब 5792.64 करोड़ रुपये के एंटरप्राइज मूल्य पर तय हुआ है। जून में RIL AGM में हुई घोषणाRIL के मुखिया मुकेश अंबानी ने अक्षय ऊर्जा कारोबार से जुड़ी रणनीति का खुलासा किया था। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने 15 साल में कार्बनमुक्त कंपनी बनने का लक्ष्य तय किया था। कंपनी धीरूभाई अंबानी गीगा कॉम्पलेक्स गुजरात के जामनगर में बनाने जा रही है। इस साल कंपनी ने नए एनर्जी बिजनेस का एलान कर दिया है। रिलायंस रिन्यूएबल एनर्जी में 60,000 करोड़ रुपये के निवेश लक्ष्य को बढ़ाकर 75,000 करोड़ कर चुकी है। सोलर एनर्जी के जरिए कंपनी सस्ते मॉड्यूल देगी। सोलर एनर्जी पर कंपनी का फोकस जारी रहेगा। देश में रोजगार के अवसर भी मुकेश अंबानी ने कहा, “हाल के निवेशों के साथ रिलायंस अब वैश्विक स्तर पर एकीकृत फोटोवोल्टिक गीगा फैक्ट्री स्थापित करने और भारत को कम लागत और उच्चतम दक्षता वाले सौर पैनलों के मैन्यूफैक्चरिंग हब बनाएगा। हम वैश्विक कंपियों के साथ निवेश, निर्माण और सहयोग करना जारी रखेंगे ताकी भारत और दुनिया भर के बाजारों में ग्राहकों को किफायती कीमतों पर उच्च गुणवत्ता और विश्वसनीय प्रॉडक्ट दे सकें। ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में डिसेंट्रलाइज्ड तरीके से लाखों हरित रोजगारों के अवसर पैदा होंगे, इन अवसरों को लेकर मैं बेहद उत्साहित हूं।”यह भी पढ़ें: रात-रातभर उठकर बिटकॉइन खोज रहे युवा, जानिए किस वजह से बढ़ रहा है क्रेजSBI में है पेंशन खाता, अब वीडियो कॉल से जमा करें लाइफ सर्टिफिकेट