टोरंटो: कनाडा में एक बार फिर एक हिंदू मंदिर को निशाना बनाया गया है। इस बार यह घटना ब्रैम्पटन में हुई जिसमें मंदिर की दिवारों पर भारत विरोधी बातें लिखी हैं। इस घटना से वहां बसे भारतीय समुदाय में काफी नाराजगी है। ब्रैम्पटन के मेयर ने मंदिर की दीवारों को खराब करने और यहां पर तोड़फोड़ करके भारत के लिए नफरत फैलाने वाले संदेश की कड़ी निंदा की है। यह घटना ऐसे समय में हुई है जब भारत 15 अगस्त को अपना स्वतंत्रता दिवस मनाने की तैयारी कर रहा है। इस साल कनाडा में यह तीसरी घटना है जिसमें किसी हिंदू मंदिर को निशाना बनाया गया है।दरवाजे पर लगे निज्जर के पोस्टरइस हिंदू मंदिर में शनिवार आधी रात को तोड़फोड़ की गई थी। मंदिर के मुख्य दरवाजे पर खालिस्तान जनमत संग्रह के पोस्टर चिपकाए गए हैं। इन पोस्टर्स में हरजीत सिंह निज्जर की तस्वीर है। पोस्टर में लिखा है, ‘कनाडा 18 जून की हत्या में भारत की भूमिका की जांच कर रहा है।’ हरदीप सिंह निज्जर कनाडा के सरे में गुरु नानक सिख गुरुद्वारा साहिब का प्रमुख था। 18 जून की शाम को गुरुद्वारे के परिसर में दो अज्ञात लोगों ने उसकी हत्या कर दी थी। निज्जर अलगाववादी संगठन खालिस्तान टाइगर फोर्स (केटीएफ) का प्रमुख था। इन पोस्टर्स में कनाडा में तैनात भारतीय राजनयिकों की फोटो भी लगी हुई हैं।साल 2015 में पीएम मोदी पहुंचे थे मंदिरसुबह जब मंदिर प्रशासन को घटना का पता चला तो इन पोस्टर्स को हटा दिया गया। मंदिर के अध्यक्ष सतीश कुमार ने कहा कि वह मंदिर के इस अपमान से ‘स्तब्ध’ हैं। उन्होंने कहा, ‘हमने कभी इस तरह की उम्मीद नहीं की थी।’ यह वही मंदिर है जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कनाडा यात्रा का हिस्सा था। साल 2015 में जब वह कनाडा गए थे तो इस मंदिर में भी पहुंचे थे। उन्होंने बताया है कि मामले की जानकारी रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस की सरे टुकड़ी को दे दी गई है।20 अगस्त को है समारोहमंदिर के सुरक्षा कैमरे में नकाब पहने दो व्यक्तियों की सीसीटीवी फुटेज कैद हुई। उन्होंने कहा कि सुरक्षा चिंताओं के कारण मंदिर पहले भी पुलिस के संपर्क में था। 20 अगस्त को यहां पर स्वतंत्रता दिवस समारोह के आयोजन की तैयारी चल रहे हैं। मंदिर बोर्ड तोड़फोड़ पर चर्चा के लिए रविवार को एक इमरजेंसी मीटिंग करेगा।