काबुलअफगानिस्‍तान में अमेरिका के शीर्ष कमांडर जनरल ऑस्टिन स्‍कॉट मिलर ने तालिबान को धमकी दी है कि अगर उसने देश की जमीन पर कब्‍जा करना बंद नहीं किया तो यूएस एयरफोर्स हवाई हमला करेगी। जनरल मिलर ने चिंता जताई कि अफगानिस्‍तान में सुरक्षा की स्थिति खराब होती जा रही है क्योंकि अमेरिकी सेना वापस जा रही है। इससे पहले तालिबान ने दावा किया था कि उसने अफगानिस्‍तान के 400 में से 100 जिलों पर कब्‍जा कर लिया है। जनरल मिलर ने कहा, ‘जो मैं देखना चाहता हूं कि कोई हवाई हमला न हो लेकिन ऐसा होने के लिए ताल‍िबान को सभी तरह की हिंसा को रोकना होगा।’ उन्‍होंने कहा, ‘इन सबको रोकने लिए उन्‍हें हिंसक अभियान बंद करना होगा। मैंने इस बारे में तालिबान को भी बता दिया है।’ उन्‍होंने जोर देकर कहा कि अमेरिकी सेना के पास अभी इतनी क्षमता है कि वह उग्रवादियों के खिलाफ जोरदार हवाई हमला कर सकती है। ‘तालिबान देश में जिलों पर तेजी से कब्जा करता जा रहा’जनरल ने मंगलवार को कहा कि देश में सुरक्षा की स्थिति खराब होती जा रही है क्योंकि अमेरिका अपने तथाकथित ‘हमेशा के युद्ध’ को रोकने जा रहा है। जनरल ऑस्टिन एस. मिलर ने कहा कि तालिबान देश में जिलों पर तेजी से कब्जा करता जा रहा है जिनमें कई जिलों के सामरिक महत्व हैं और यह दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि राष्ट्रीय सुरक्षा बल के सहयोग के लिए तैनात मिलिशिया के कारण देश में गृह युद्ध छिड़ सकता है। मिलर ने अफगानिस्तान में संवाददाताओं से कहा कि फिलहाल उनके पास हथियार है और वे अफगानिस्तान के सुरक्षा बलों का सहयोग करने में सक्षम हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि केवल राजनीतिक समाधान से ही युद्धग्रस्त देश में शांति लौट सकती है। उन्होंने कहा, ‘राजनीतिक समझौते से ही अफगानिस्तान में शांति आएगी। और यह महज विगत 20 वर्ष से नहीं है। वास्तव में यह पिछले 42 वर्षों से है।’ बाइडन ने वापसी के ल‍िए 11 सितंबर का समय दिया मिलर न केवल अमेरिकी युद्ध का जिक्र कर रहे थे बल्कि वह रूस के दस वर्षों के कब्जे का भी जिक्र कर रहे थे जो 1989 में समाप्त हुआ था। उस युद्ध के बाद भीषण गृह युद्ध छिड़ गया जिसमें अफगानिस्तान के कुछ नेताओं ने तालिबान के खिलाफ मिलिशिया की तैनाती की। गृह युद्ध ने तालिबान को सिर उठाने का मौका दिया जिसने 1996 में सत्ता पर कब्जा कर लिया। अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि चार जुलाई तक अमेरिकी सैनिक पूरी तरह देश से हट जाएंगे। लेकिन मिलर ने कोई समय सीमा देने से इंकार किया। राष्ट्रपति जो बाइडन ने 11 सितंबर का समय दिया है और अप्रैल में उन्होंने घोषणा की कि शेष बचे 2500 से 3500 अमेरिकी सैनिक तब तक वापस हो जाएंगे। इस बीच तालिबान तेजी से जिलों पर कब्जा करता जा रहा है जिसमें कई जिले देश के उत्तरी हिस्से में स्थित हैं जहां अफगानिस्तान के अल्पसंख्यक रहते हैं।