हाइलाइट्सकाबुल में दूतावास से कर्मचारियों को वापस बुलाएगा अमेरिकानोटिस भेजकर दिए संवेदनशील सामग्री को मिटाने के निर्देशदेश की आधी प्रांतीय राजधानियों पर है तालिबान का कब्जा वॉशिंगटनकाबुल में अमेरिकी दूतावास ने अपने अधिकारियों से किसी भी तरह की ‘संवेदनशील सामग्री’ को मिटाने का निर्देश दिया है। साथ ही उन चीजों को भी नष्ट करने के लिए कहा है कि जिनका ‘प्रचार’ के लिए गलत इस्तेमाल किया जा सकता है। शुक्रवार को दूतावास के कर्मचारियों को भेजे गए एक नोटिस के हवाले से सीएनएन ने इसकी जानकारी दी। यह नोटिस ‘इमरजेंसी डिस्ट्रक्शन सर्विसेज’ के बारे में था और अफगानिस्तान में लगातार बिगड़ रहे हालातों के बारे में बताता है। काबुल के लिए 72 घंटे निर्णायक एक के बाद एक अफगान शहर तालिबान के कब्जे में जा रहे हैं। शुक्रवार तक तालिबान देश की लगभग 50 फीसदी प्रांतीय राजधानियों पर कब्जा कर चुका है, जिसमें अफगानिस्तान का दूसरा सबसे बड़ा शहर कंधार भी शामिल है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इंटेलिजेंस का अनुमान है कि तालिबान एक हफ्ते में काबुल को अलग-थलग कर देगा, संभवतः अगले 72 घंटों में लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि आतंकी राजधानी के भीतर घुस आएंगे। लोगो और झंडा भी मिटाने के लिए कहादूतावास को शुक्रवार को भेजे गए नोटिस में कहा गया है कि कर्मचारी संवेदनशील सामग्री को कम करें जिसमें कागजात और इलेक्ट्रॉनिक्स सामग्री शामिल है। इसमें कहा गया है कि इस सामग्री में दूतावास के लोगो, अमेरिकी झंडे और उन चीजों को भी शामिल करें जिनका इस्तेमाल दुष्प्रचार में किया जा सकता है। नोटिस के मुताबिक सामग्रियों को नष्ट करने के कई तरीके हो सकते हैं। दूतावास को एयरपोर्ट पर ट्रांसफर करने पर विचारबाइडन प्रशासन ने गुरुवार को कहा कि वह काबुल में अपने दूतावास से अधिकारियों को वापस बुला लेगा। काबुल में अमेरिका की सिर्फ ‘मुख्य राजनयिक उपस्थिति’ बनी रहेगी। व्हाइट हाउस के मुताबिक अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अफगानिस्तान के हालातों को लेकर विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन, रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जैक सुलिवन के साथ चर्चा की। सीएनएन ने गुरुवार को बताया कि प्रशासन काबुल स्थित अपने दूतावास को मौजूदा स्थान से काबुल हवाई अड्डे पर स्थानांतरित करने पर विचार कर रहा है, जो काबुल में अस्थिर सुरक्षा स्थिति की ओर इशारा करता है।