कैनबरा : खालिस्तानी समर्थकों ने बुधवार को ऑस्ट्रेलिया के ब्रिस्बेन में भारतीय वाणिज्य दूतावास को बंद करने पर मजबूर कर दिया। ‘ऑस्ट्रेलिया टुडे’ की एक रिपोर्ट के अनुसार, क्वींसलैंड पुलिस ने कहा कि यह एक ‘अनधिकृत’ (Unauthorised) भीड़ थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि भीड़ ने ‘खालिस्तान जिंदाबाद’ के साथ हिंदुओं के खिलाफ नारे लगाए। इससे पहले खालिस्तान समर्थकों ने पिछले महीने भी ऑस्ट्रेलिया के ब्रिस्बेन स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हमला किया था।भारत ने ऑस्ट्रेलिया से खालिस्तानी अलगाववादियों पर लगाम लगाने के लिए कहा था, जो विदेशों में लगातार हिंदू मंदिरों को निशाना बना रहे हैं। इसके कुछ दिनों बाद भारतीय वाणिज्य दूतावास पर यह हमला हुआ है। पिछले महीने 21 फरवरी की रात को भी खालिस्तानी समर्थकों ने ब्रिस्बेन के टारिंगा में स्वान रोड स्थित वाणिज्य दूतावास पर हमला किया था। ऑस्ट्रेलिया में भारत की कॉन्सुलेट अर्चना सिंह को अगले दिन घटनास्थल से एक खालिस्तानी झंडा मिला था। उन्होंने तत्काल इसकी सूचना क्वींसलैंड पुलिस को दी थी।Attack on Temple Australia: ऑस्ट्रेलिया में हिंदुओं को डरा रहे खालिस्तानी… एक और मंदिर को बनाया निशाना, दो महीने में चौथा हमलाखालिस्तानियों के निशाने पर भारतीय संस्थानअर्चना सिंह ने ‘ऑस्ट्रेलिया टुडे’ को बताया, ‘हमें पुलिस और अधिकारियों पर पूरा भरोसा है।’ एक अन्य पत्रकार ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया कि अब तक भारतीय ऑस्ट्रेलियाई लोगों पर हमले हो रहे थे। उन्होंने कहा, ‘लेकिन अब वे (खालिस्तानी समर्थक) भारत सरकार से संबंधित संस्थानों को निशाना बना रहे हैं। ब्रिस्बेन में भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हमला भारत सरकार पर सीधा हमला है।’Amritpal Singh ISI Connection: क्या भारत में ISI का मोहरा है अमृतपाल सिंह? समझें पूरा खेलमंदिरों पर भी हो रहे हैं हमलेकुछ दिनों पहले ब्रिस्बेन में खालिस्तानियों ने एक हिंदू मंदिर को भी निशाना बनाया था। मार्च की शुरुआत में खालिस्तान समर्थकों ने श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर में तोड़फोड़ की थी। ‘हिंदू ह्यूमन राइट्स’ की डायरेक्टर सारा गेट्स ने कहा था कि यह साफतौर पर ‘ऑस्ट्रेलियाई हिंदुओं को डराने का प्रयास’ है। हमले के बाद हिंदू समुदाय के लोगों ने मंदिर की दीवारों से हिंदू विरोधी नारों को साफ किया था। गेट्स ने इसकी एक फोटो ट्वीट करते हुए लिखा था, ‘हिंदुस्तान जिंदाबाद’।