लंदनब्रिटिश नेवी अपने एयरक्राफ्ट कैरियर एचएमएस क्वीन एलिजाबेथ के पास रूस के नौसैनिक अभ्यास से अलर्ट पर है। ब्रिटेन को आशंका है कि युद्धाभ्यास की आड़ में रूसी नौसेना के लड़ाकू विमान 30 किलोमीटर दूर तैनात उसके एकमात्र एयरक्राफ्ट कैरियर को परेशान कर सकते हैं। यही कारण है कि ब्रिटेन ने भी अपने लड़ाकू विमानों को हाई अलर्ट पर रखा हुआ है। इतना ही नहीं, ब्रिटिश वायु सेना के दो AWACS एयरबोर्न अर्ली वार्निंग प्लेन भी इलाके के हवाई क्षेत्र पर नजर बनाए हुए हैं। ब्रिटेन ने अवाक्स विमानों को किया तैनातब्रिटिश वायुसेना के इन अवाक्स एयरबोर्न अर्ली वार्निंग प्लेन को “नाटो 30” और “नाटो 31” कोडनेम दिया गया है। ये विमान वाडिंगटन एयरफोर्स बेस से उड़ान भरकर 60000 टन के इस भारी भरकम एयरक्राफ्ट कैरियर को सुरक्षा प्रदान कर रहे हैं। ब्रिटेन को आशंका है कि मॉस्को युद्धाभ्यास की आड़ में उसके एयरक्राफ्ट कैरियर के पास अपने लड़ाकू विमानों को जरूर भेजेगा। क्या काम करते हैं अवाक्स प्लेनअवाक्‍स या एयरबॉर्न अर्ली वॉर्निंग ऐंड कंट्रोल सिस्‍टम एयरक्राफ्ट आधुनिक युद्धशैली का बहुत अहम हिस्‍सा हैं। जब तक ग्राउंड बेस्‍ड रेडार हमलावर फाइटर प्‍लेन, क्रूज मिजाइल, और ड्रोन को खोज पाएं ये उनसे पहले ही उन्‍हें ढूंढ़ लेते हैं। इसके अलावा ये दुश्‍मन और दोस्‍त फाइटर प्‍लेन्‍स के बीच आसानी से अंतर कर पाते हैं। इनकी मदद से दुश्‍मन की हर हरकत पर नजर रखी जा सकती है।साइप्रस में ब्रिटिश एयरबेस पर तैनात हैं ये विमानरॉयल नेवी के एक वरिष्ठ सूत्र ने बताया कि ये अवाक्स प्लेन इस समय साइप्रस में ब्रिटिश एयरफोर्स स्टेशन अक्रोटिरी पर तैनात हैं। यहां से ये विमान चौबीसों घंटे कैरियर स्ट्राइक ग्रुप एचएमएस क्वीन एलिजाबेथ को हवाई सुरक्षा उपलब्ध करवा रहे हैं। ब्रिटिश अधिकारियों का कहना है कि उनका कैरियर स्ट्राइक ग्रुप बहुत सक्षम है। वह अकेले ही रूसी खतरे का सामना कर सकता है, लेकिन हम कोई चांस नहीं लेना चाहते। ब्रिटेन को उकसाने के लिए रूस की नई चाल, HMS क्वीन एलिजाबेथ से 30 किमी दूर शुरू किया मिसाइल युद्धाभ्यासभूमध्य सागर में गश्त लगा रहा ब्रिटिश एयरक्राफ्ट कैरियरब्रिटिश एयरक्राफ्ट कैरियर एचएमएस क्वीन एलिजाबेथ इन दिनों ऑपरेशन तैनाती के हिस्से में पिछले एक महीने से भूमध्य सागर में गश्त लगा रहा है। वर्तमान में ब्रिटिश नौसेना का यह एयरक्राफ्ट कैरियर साइप्रस के दक्षिण में है। इसका उद्देश्य ग्लोबल ब्रिटेन की अवधारणा और पीएम बोरिस जॉनसन की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करना है। ब्रिटेन इस युद्धपोत के सहारे रॉयल नेवी की छवि को यूरोप की सबसे शक्तिशाली नौसेना के रूप में स्थापित करना है।एचएमएस क्वीन एलिजाबेथ पर तैनात हैं ये जंगी हथियारएयरक्राफ्ट कैरियर एचएमएस क्वीन एलिजाबेथ को पूरे फ्लीट या स्टाइकर समूह में एफ-35बी लाइटनिंग फाइटर जेट के दो स्क्वाड्रन, स्टेल्थ लड़ाकू विमान, दो टाइप 45 श्रेणी के डिस्ट्रॉयर, दो टाइप 23 फिग्रेट, दो टैंकर और हेलिकॉप्टर्स का बेड़ा शामिल है। इसे एशिया और यूरोप के कई महत्वपूर्ण ठिकानों पर गश्त लगाने के लिए कुछ महीने पहले ही ब्रिटेन से रवाना किया गया है। चर्चा है कि इस युद्धपोत के साथ होने वाले युद्धाभ्यास में ऑस्ट्रेलिया और कनाडा को भी आमंत्रित किया जा सकता है।एचएमएस क्वीन एलिजाबेथ एयरक्राफ्ट कैरियर