बीजिंग : चीन की राजधानी बीजिंग इस समय भीषण बाढ़ की चपेट में है। यह बाढ़ 140 साल में सबसे भारी बारिश के कारण आई है। स्थानीय मौसम विज्ञानियों ने इसकी जानकारी दी है। हालांकि बीजिंग के लिए थोड़ी राहत की बात यह है कि टाइफून खानून अब जापान में दस्तक दे चुका है। बीजिंग मौसम विज्ञान सेवा के अनुसार, शनिवार और बुधवार की सुबह के बीच डोक्सुरी के बचे हुए हिस्सों से चीनी राजधानी में 744.8 मिलीमीटर (29 इंच) बारिश हुई। 1883 में रिकॉर्ड की शुरुआत के बाद से यह लगातार होने वाली सबसे भारी बारिश है।टाइफून खानून में 220 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं। बुधवार तड़के यह जापान के दक्षिण-पश्चिम ओकिनावा द्वीप के करीब से गुजरा। बुधवार सुबह सीएनएन वेदर के अनुसार, पिछले 24 घंटों में ओकिनावा के कई स्थानों पर 175 से 220 मिलीमीटर (6 से 8 इंच) बारिश हुई है। ओकिनावा इलेक्ट्रिक पावर कंपनी के अनुसार, सरकार ने 600,000 से अधिक निवासियों को अपने घर खाली करने का आदेश दिया है। बुधवार की सुबह तेज हवाओं के कारण बिजली की लाइनें टूट गईं, जिससे 200,000 से अधिक घर अंधेरे में डूब गई।चीन में खिलौनों की तरह बह गईं दर्जनों गाड़ियां, सब कुछ निगल गया पानी, बीजिंग में बाढ़ का डराने वाला वीडियोबीजिंग बाढ़ में 20 लोगों की मौतचीन की राजधानी बीजिंग के आसपास के क्षेत्रों में कई दिन से हो रही भारी बारिश के चलते आई बाढ़ में कम से कम 20 लोगों की मौत हो गई और 27 अन्य लापता हैं। सरकारी मीडिया ने मंगलवार को यह खबर दी थी। सरकारी प्रसारक ‘सीसीटीवी’ ने बताया कि भारी बारिश के कारण रेलवे स्टेशनों को बंद करना पड़ा है और प्रभावित लोगों को स्कूलों में आश्रय दिया गया है। इसने कहा कि बाढ़ का पानी लोगों के घरों में भर गया है और सड़कें टूट गई हैं।चीन में डोक्सुरी तूफान के बाद भयानक बाढ़, दर्जनों गाड़ियां बहा ले गया पानी, हालात गंभीर1998 में बाढ़ ने मचाई थी तबाहीबीजिंग में सामान्य तौर पर मौसम शुष्क रहता है और मध्यम स्तर की बारिश ही होती है। ऐसे में पिछले दिनों हुई भारी बारिश यहां के लिए असामान्य है। उत्तरी चीन के अन्य हिस्सों में भी शायद ही कभी इतनी भारी बारिश होती है। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने स्थानीय सरकारों को फंसे हुए लोगों को बचाने और संपत्ति संबंधी क्षति को कम करने के लिए ‘पूरी ताकत’ लगाने का आदेश जारी किया। चीन में हालिया इतिहास की सबसे विनाशकारी बाढ़ 1998 में आई थी जब 4150 लोगों की मौत हो गई थी।अगर आप दुनिया से जुड़ी खबरों का अपडेट वॉट्सऐप से जानना चाहते हैं तो इस लिंक से जुड़ें