साओ पोलोब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोलसोनारो भारतीय कंपनी भारत बायोटेक से कोवैक्सीन खरीद को लेकर घोटाले के आरोप में फंस गए हैं। उनके ऊपर वैक्सीन की कीमत को लेकर हेराफेरी करने का आरोप लगा है। जिसके बाद ब्राजील की सुप्रीम कोर्ट ने बोलसोनारो के खिलाफ जांच को अपनी मंजूरी दे दी है। इस जांच की रिपोर्ट को 90 दिनों के अंदर कोर्ट में पेश करने का आदेश भी दिया गया है।कोवैक्सीन की कीमत को लेकर लगा है आरोपपिछले हफ्ते, एस्टाडो डी साओ पाउलो अखबार ने बताया था कि ब्राजीली सरकार ने दो करोड़ कोरोना वैक्सीन की खुराक के लिए भारतीय कंपनी के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किया है। इसमें एक डोज की कीमत 15 डॉलर (लगभग 1117 रुपये) बताई गई थी। जबकि, दिल्ली स्थित ब्राजील के दूतावास के एक गुप्त संदेश में कोवैक्सीन की एक डोज की कीमत 100 रुपये (1.34 डॉलर) थी। ब्राजील की सुप्रीम कोर्ट ने दी मंजूरीयही कारण है कि बोलसोनारो के खिलाफ मोर्चा खोलकर बैठे विपक्षी सांसदों ने सुप्रीम कोर्ट से जांच का अनुरोध किया था। इसी मामले में सुनवाई के दौरान ब्राजील की सुप्रीम कोर्ट ने भारतीय कंपनी भारत बायोटेक के साथ वैक्सीन डील को लेकर जांच के आदेश दिए हैं। ब्राजील की जी 1 वेबसाइट के अनुसार, जस्टिस रोजा वेबर ने अटॉर्नी जनरल के कार्यालय के अनुरोध पर सहमति जताते हुए 90 दिनों के अंदर जांच पूरी करने की मंजूरी दी है।अमेरिकी चुनाव में धांधली का आरोप लगाने वाला पहला देश बना ब्राजील, यह बोले राष्ट्रपति बोलसोनारोबोलसोनारो की भूमिका का पता लगाएंगे जांचकर्ताजांचकर्ता इस बात का पता लगाएंगे कि राष्ट्रपति जेयर बोलसोनारो इस बारे में क्या कर रहे थे। यानी कोर्ट ने डील में बोलसोनारो के भूमिका की जांच को मंजूरी दी है। इस बीच, ब्राजील के वामपंथी और मध्यमार्गी दलों ने निचले सदन में बोलसोनारो के खिलाफ महाभियोग का अनुरोध दायर किया है।सोशल डिस्टेंसिंग छोड़ो, जीवनभर हमारे साथ रहेगा कोरोना, ब्राजीली राष्ट्रपति बोलसोनारो की चेतावनीब्राजील ने कोवैक्सीन डील को किया निलंबितकोवैक्सीन खरीद में भ्रष्टाचार के आरोप लगने के बाद ब्राजील ने भारत बॉयोटेक के साथ की गई डील को निलंबित कर दिया है। ब्राजील के स्वास्थ्य मंत्री मार्सेलो क्विरोगा ने ट्वीट कर बताया कि सीजीयूऑनलाइन की अनुशंसा पर हमने कोवैक्सीन करार को अस्थायी रूप से निलंबित करने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि सीजीयू के प्रारंभिक विश्लेषण के मुताबिक, करार में कोई अनियमितता नहीं हैं लेकिन अनुपालन के कारण, मंत्रालय ने और विश्लेषण के लिए करार को रोकने का फैसला किया है।Covaxin Export Deal : भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद ब्राजील ने कोवैक्सीन की डील रोकी, भारत बायोटेक ने कहा- सभी नियमों का हुआ पालनबोलसोनारो के खिलाफ सीनेट भी कर रही जांचबोलसोनारो हाल के कुछ हफ्तों में राष्ट्रव्यापी प्रदर्शनों के निशाने पर रहे हैं। उन्होंने सीनेट की समिति द्वारा सरकार की कोविड-19 प्रतिक्रिया की जांच करने को राष्ट्रीय शर्मिंदगी बताया। बोलसोनारो ने कहा कि इस जांच का मकसद उनके प्रशासन को कमतर बताना है। ब्राजील में जांच की जा रही है कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने टीकों को खरीदने के अवसरों को नजरअंदाज क्यों किया। जबकि, बोलसोनारो ने मलेरिया की दवा, हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन की लगातार हिमायत की है जिसे कई अध्ययनों में कोविड-19 के इलाज में बेअसर बताया गया है।