हाइलाइट्स:डोनाल्ड ट्रंप ने चेतावनी दी है कि कोरोना वायरस वैक्सीन बच्चों के लिए खतरनाक हैंउन्होंने कहा कि कोरोना वैक्सीन के दुष्परिणामों से वह चिंतित हैं और इसे रोका जाए ट्रंप ने कहा कि उन्होंने केवल जरूरी लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाने का समर्थन किया हैवॉशिंगटनअमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चेतावनी दी है कि कोरोना वायरस वैक्सीन बच्चों के लिए खतरनाक हैं और इसके दुष्परिणामों से वह चिंतित हैं। ट्रंप ने यह भी कहा कि उन्होंने कोरोना वायरस वैक्सीन लगाए जाने समर्थन किया था लेकिन केवल उन्हीं लोगों को जिनके लिए यह जरूरी है। उन्होंने यह भी कि कोरोना वायरस चीन की वुहान लैब से दुनियाभर में फैला है और चीन इसके बदले में 10 ट्रिल्यन डॉलर हर्जाना दुनिया को दे। अमेरिका में 27 मई से 12 साल से ऊपर के बच्चों को कोरोना वायरस वैक्सीन लगाया जा रहा है। अमेरिका में अब तक कोरोना वायरस से 400 बच्चों की मौत हो गई है और लाखों की तादाद में बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अमेरिका में कोरोना वायरस से मरने वालों की कुल संख्या 6 लाख को पार कर गई है। इस बीच ट्रंप ने कहा है कि उन्हें भरोसा नहीं है कि बच्चों को कोरोना वायरस वैक्सीन से बच्चों को कोई फायदा हुआ है। ‘कम उम्र के बच्चों को वैक्सीन लगाना रोक देना चाहिए’ट्रंप ने कहा, ‘हमें उन्हें दोबारा स्कूलों में ले जाना होगा। उन्हें खोलना होगा।’ उन्होंने कहा, ‘स्पष्ट रूप से कहें तो हम भाग्यशाली हैं कि हमारे पास वैक्सीन है लेकिन कम उम्र के बच्चों को वैक्सीन लगाना रोक देना चाहिए।’ ट्रंप ने कहा कि कोरोना वैक्सीन के दुष्प्रभाव ने बच्चों को बहुत ज्यादा प्रभावित किया है। मैं समझता हूं कि यह एक ऐसी चीज है जिसके बारे में आपको सोचना शुरू करना चाहिए।विश्व में कोविड-19 के 17.7 करोड़ से ज्यादा मामलेपूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि मैं समझता हूं कि बच्चों के लिए कोरोना वैक्सीन गैर जरूरी है। ट्रंप का बयान ऐसे समय पर आया है जब पूरे विश्व में कोरोना के मामले बढ़कर 17.73 करोड़ हो गए हैं। इस महामारी से अब तक कुल 38.4 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। वर्तमान कोरोना के मामले और मरने वालों की संख्या क्रमश: 177,355,602 और 3,840,181 है। दुनिया में सबसे ज्यादा मामलों और मौतों की संख्या क्रमश: 33,508,384 और 600,933 के साथ अमेरिका सबसे ज्यादा प्रभावित देश बना हुआ है। कोरोना संक्रमण के मामले में भारत 29,700,313 मामलों के साथ दूसरे स्थान पर है।