लागोस: एशिया के बाद दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे अधिक आबादी वाला महाद्वीप अफ्रीका। यहां पर ऐसा खजाना छिपा हुआ है जिसके बारे में बहुत कम बातें होती हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक अफ्रीका की सतह के नीचे महंगे खनिज संसाधनों का भंडार है। साल 2019 में इस महाद्वीप ने 406 अरब डॉलर की कीमत वाले करीब एक अरब टन के खनिजों का उत्पादन किया था। शायद यही वजह है कि पूरा अफ्रीका इस समय चीन की लालची निगाहों में आ गया है। विशेषज्ञों का मानना है कि यहां मौजूद खजाना न केवल चीन को बल्कि पूरी दुनिया को मालामाल कर सकता है।अफ्रीका में कितना खजानावहीं, संयुक्त राष्ट्र (यूएन) के अनुसार अफ्रीका दुनिया के लगभग 30 प्रतिशत खनिज भंडार, 12 प्रतिशत तेल और आठ प्रतिशत प्राकृतिक गैस का घर है। सिर्फ इतना ही नहीं इस महाद्वीप में दुनिया का 40 फीसदी सोना और 90 फीसदी तक क्रोमियम और प्लैटिनम भी मौजूद है और दोनों ही मूल्यवान धातुएं हैं। आज दुनिया में जितने इलेक्ट्रॉनिक्स का प्रयोग होता है उसमें से अधिकांश खनिजों पर ही आधारित हैं। एल्यूमीनियम से लेकर जिंक यानी जस्ता के बिना इन इलेक्ट्रॉनिक्स की कल्पना नहीं की जा सकती है। साल 2021 में दुनियाभर में करीब लगभग 1.5बिलियन स्मार्टफोन बेचे गए। यह आंकड़ा साल 2007 की तुलना में बहुत ज्यादा है और उस साल 122 मिलियन यूनिट मोबाइल फोन बिके थे।मोबाइल बैटरी के लिए जरूरी अफ्रीकामोबाइल फोन के आधे से ज्यादा कंपोनेंट्स जैसे कि इलेक्ट्रॉनिक्स, डिस्प्ले, बैटरी और स्पीकर के लिए इन्हीं खनिजों की जरूरत होती है। लिथियम और कोबाल्ट कुछ प्रमुख धातुएं हैं जिनका उपयोग मोबाइल की बैटरी और दूसरी बैटरीज के निर्माण के लिए होता है। साल 2019 में, दुनिया के करीब 63 फीसदी कोबाल्ट का उत्पादन कांगो में हुआ था। इसी तरह से टैंटलम इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में प्रयोग होने वाली एक और धातु है। टैंटलम कैपेसिटर मोबाइल फोन, लैपटॉप और कई ऑटोमोटिव इलेक्ट्रॉनिक्स में प्रयोग होते हैं। कांगो और रवांडा टैंटलम के दुनिया के सबसे बड़े उत्पादक हैं और ये मिलकर दुनिया के आधे टैंटलम का उत्पादन करते हैं।पेट्रोलियम और दूसरे खनिजअफ्रीका के 54 देशों में से 22 देशों में पेट्रोलियम और कोयला महत्वपूर्ण खनिजों में से हैं। साल 2019 तक, नाइजीरिया ने महाद्वीप के अधिकांश पेट्रोलियम यानी 25 फीसदी का उत्पादन किया। इसके बाद अंगोला 17 फीसदी और अल्जीरिया 16 फीसदी का स्थान रहा। सोना, लोहा, टाइटेनियम, जस्ता और तांबा सहित धातुएं 11 देशों में सबसे अधिक उत्पादित खनिज हैं। घाना महाद्वीप का सबसे बड़ा सोने का उत्पादक है। इसके बाद दक्षिण अफ्रीका और माली का नंबर आता है। हीरे, जिप्सम, नमक, सल्फर और फॉस्फेट जैसे औद्योगिक 13 खनिजों का उत्पादन अफ्रीका के अलग-अलग देशों में होता है।टॉप फाइव अफ्रीकी देशकांगो, अफ्रीका का सबसे बड़ा औद्योगिक हीरा उत्पादक है। इसके बाद बोत्सवाना और दक्षिण अफ्रीका हैं। बेहतरीन रत्नों वाले हीरों के उत्पादन के लिए बोत्सवाना अफ्रीका में नंबर एक स्थान पर है। यहां से मिले हीरों का प्रयोग ही गहनों के लिए होता है। हर साल 125 अरब डॉलर वाले खनिजों के उत्पादन के साथ ही दक्षिण अफ्रीका सबसे ज्यादा आमदनी करता है। नाइजीरिया 53 अरब डॉलर के साथ दूसरे, 39 अरब डॉलर के साथ अल्जीरिया तीसरे, अंगोला 32 अरब डॉलर के साथ चौथे और लीबिया 27 अरब डॉलर के साथ पांचवें नंबर पर है। इन पांच देशों ने महाद्वीप की दो-तिहाई से अधिक खनिज संपदा का उत्पादन किया।