कीव: रूसी ड्रोन ने उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के सदस्य देश रोमानिया की सीमा के निकट यूक्रेन के बंदरगाह शहर को बुधवार को निशाना बनाया। इन हमलों में बंदरगाह को खासा नुकसान पहुंचा है। बताया जा रहा है कि यहां पर आग लग गई है। यूक्रेन से अनाज के निर्यात में इस बंदरगाह की अहम भूमिका है। रूस की तरफ से हमला काला सागर अनाज समझौते के टूटने के बाद किया गया है। इसके तहत काला सागर के ओडेसा बंदरगाह से यूक्रेनी पोतों को विश्व के अन्य बाजार तक पहुंच की अनुमति दी गई थी। समझौता खत्म होने के बाद से रूस अब यूक्रेन के बंदरगाहों को निशाना बनाया रहा है और उसके उद्योगों को गंभीर चोट पहुंचा रहा है।ओडेसा बंदरगाह पर निशानाबताया जा रहा है कि पिछले दो हफ्तों में रूसी बलों ने ओडेसा बंदरगाह को निशाना बनाया है। इसके अलावा वैकल्पिक मार्ग के तौर इस्तेमाल किए जा रहे क्षेत्र के नदी पत्तनों पर दर्जनों बार ड्रोन और मिसाइलों से हमला किया है। यूक्रेन के राष्ट्रपति कार्यालय के प्रमुख एद्रिय येरमाक ने बताया कि इजमाइल शहर को निशाना बनाया गया है। इजमाइल शहर डेन्यूब नदी के किनारे बसा है। यह नदी यूक्रेन और रोमानिया की सीमा बनाती है। रोमानिया के मछुआरों द्वारा नदी के दूसरे किनारे से दूर से रिकॉर्ड वीडियो में धमाके और आग की लपटें दिख रही हैं।अनाज की ढुलाई पर पड़ा असरयूक्रेन में डेन्यूब सहित तीन बंदरगाहों का इस समय संचालन हो रहा है। यूक्रेन की सेना के दक्षिणी कमान ने फेसबुक पोस्ट में कहा, ‘दुश्मन का निशाना क्षेत्र के बंदरगाह और औद्योगिक ढांचे हैं।’ उसने बताया कि हमले की वजह से औद्योगिकी और बंदरगाह में आग लग गई और अनाज की ढुलाई के लिए लगी एलिवेटर क्षतिग्रस्त हो गई। यूक्रेन की सेना द्वारा बुधवार सुबह दी गई जानकारी के मुताबिक, उसकी वायुसेना ने बीती रात 23 शाहिद ड्रोन को मार गिराया जो अधिकतर ओडेसा और कीव में हमले को अंजाम देने वाले थे।दक्षिणी यूक्रेन में बड़ा नुकसानकीव नगर प्रशासन के प्रमुख सेरही पोपको ने बताया कि कीव में भेजे गए सभी 10 ड्रोन नाकाम कर दिए गए। उन्होंने बताया कि गत रात धमाकों की कई आवाजें सुनाई दीं। पोपको के मुताबिक, मार गिराए गए ड्रोन का मलबा राजधानी के तीन जिलों में गिरा, जिससे गैर रिहायशी इमारत को नुकसान पहुंचा। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने टेलीग्राम संदेश में कहा, ‘रूसी आतंकवादियों ने एक बार फिर बंदरगाह, अनाज भंडारण सुविधा और वैश्विक खाद्य सुरक्षा को निशाना बनाया। दुनिया को इसपर जवाब देना चाहिए।’ उन्होंने पुष्टि की कि कुछ ड्रोन ने दक्षिण यूक्रेन में ‘भारी नुकसान’ पहुंचाया है।