हाइलाइट्सकोरोना काल में एक देश से दूसरे देश की यात्रा करना बेहद मुश्किल होता जा रहा हैइस संकट काल में एक बाज पर विश्‍वभर में बनाए नियमों का कोई असर नहीं पड़ासबसे तेजी से उड़ने वाले पक्षी बाज ने दक्षिण अफ्रीका से लेकर यूरोप तक का सफर किया केपटाउनकोरोना काल में एक देश से दूसरे देश की यात्रा करना बेहद मुश्किल होता जा रहा है। दुनियाभर की सरकारों ने विदेशियों की यात्रा को लेकर तमाम नियम बनाए हैं। बिना कोरोना टेस्‍ट के किसी को घुसने नहीं दिया जा रहा है। इस संकट काल में एक बाज पर विश्‍वभर में बनाए नियमों का कोई असर नहीं पड़ा। दुनिया के सबसे तेजी से उड़ने वाले पक्षी बाज ने दक्षिण अफ्रीका से लेकर यूरोप तक का सफर मात्र 42 दिन में पूरा कर डाला। दक्षिण अफ्रीका से फिनलैंड की दूरी 10 हजार किमी थी और इस बाज ने 230 किमी प्रतिदिन की रफ्तार से उड़ान भरते हुए एक महाद्वीप से दूसरे महाद्वीप की इस पूरी दूरी को नाप डाला। इस बाज के अंदर हाल ही में एक ट्रांस‍मीटर लगाया गया था जिससे उसे सैटलाइट के जरिए ट्रैक किया जाता रहा। इस दौरान पता चला कि बाज ने लगभग बिना रुके ही 10 हजार किमी की दूरी को पूरा कर डाला। बाज दुनिया का सबसे तेजी से उड़ने वाला पक्षीबाज ने यूरोप के ऊपर ज्‍यादा देर तक उड़ान भरी। वहीं अफ्रीका महाद्वीप में बाज ने कम दूरी तक उड़ान भरी और कई जगह रुकते हुए फिनलैंड के लिए रवाना हुआ। विशेषज्ञों के मुताबिक इससे पता चलता है कि अलग-अलग मौसम और तापमान का किसी जीव की अधिकतम कार्यकुशलता पर कितना ज्‍यादा असर पड़ता है। बाज के इस भगीरथ प्रयास को @latestengineer ट्विटर हैंडल ने शेयर किया है। इस यह पोस्‍ट अब वायरल हो गई है और करीब 8 हजार लोग इसे रीट्वीट कर चुके हैं और 45 हजार से ज्‍यादा लोगों ने लाइक किया है। इस यात्रा के दौरान बाज ने बौद्धिक कुशलता का परिचय देते हुए समुद्र के ऊपर से यात्रा करने से परहेज किया जिसकी सोशल मीडिया पर काफी तारीफ हो रही है। बता दें कि बाज तेजी से उड़ान के लिए जाने जाते हैं। इनकी स्‍पीड 300 किमी प्रतिघंटे तक हो सकती है। इसी वजह से बाज को दुनिया का सबसे तेजी से उड़ने वाला और दुनिया का सबसे तेज जीव माना जाता है।