Fawad Chaudhry of Pakistan wishes India as ISRO Chandrayaan 3 successfully landed on Moon चांद पर उतरकर भारत ने रचा इतिहास तो दुश्‍मन भी हुए खुश, पाकिस्‍तान से लगा बधाइयों का तांता

इस्‍लामाबाद: भारत का चंद्रयान-3 अब चांद पर पहुंच गया है और इसके साथ ही तिरंगा भी लहर चुका है। भारत की इस सफलता पर दुनिया भर से बधाईयां आ रही है। जहां दोस्‍त बधाई दे रहे हैं तो वही दुश्‍मन भी पीछे नहीं हैं। पाकिस्‍तान के पूर्व साइंस एंड टेक्‍नोलॉजी मिनिस्‍टर फवाद चौधरी ने भारत को बधाई दी है। फवाद ने ट्वीट कर भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो की पीठ भी थपथपाई है। फवाद ने आगे के मिशन के लिए भी एजेंसी को गुडलक कहा है। फवाद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की सरकार में मंत्री रह चुके हैं। साल 2019 में चंद्रयान-2 जब फेल हुआ था तो फवाद ने मजाक उड़ाया था।फवाद ने ट्वीट कर दी बधाईफवाद चौधरी ने लैंडिंग होते ही ट्वीट किया और लिखा, ‘इसरो के लिए कितना महान पल है जो उनका चंद्रयान 3 चांद पर उतर चुका है। मैं देख सकता हूं कि कितने ही युवा वैज्ञानिक इसरो के चेयरमैन सोमनाथ के साथ इस मौके का जश्‍न मना रहे हैं। सपने देखने वाली सिर्फ युवा पीढ़ी ही दुनिया को बदल सकती है, गुडलक।’ इससे पहले फवाद ने ट्वीट कर कहा था कि पाकिस्‍तान की मीडिया को चंद्रयान-3 की लैंडिंग का लाइप टेलीकास्‍ट दिखाना चाहिए।वायरल हुआ फवाद का स्‍क्रीन शॉटहालांकि उनकी बधाई के साथ ही उनका जुलाई 2019 वाला एक स्‍क्रीनशॉट भी वायरल होने लगा। फवाद ने 25 जुलाई 2019 को ट्वीट कर कहा था कि फरवरी 2020 में पहला पाकिस्‍तानी अंतरिक्ष में जाएगा। इसके लिए 50 लोगों का चयन होगा और जल्‍द ही लिस्‍ट भी सामने आएगी। उन्‍होंने कहा था कि साल 2022 में 50 में से 25 लोगों का चयन होगा और इसके साथ ही पाकिस्‍तान के इतिहास का सबसे बड़ा स्‍पेस मिशन लॉन्‍च किया जाएगा।पाकिस्‍तान की मीडिया में भीपाकिस्‍तान की मीडिया में भी भारत की सफलता की कहानी को जगह मिली है। अखबार डॉन ने लिखा है भारत के लिए यह सफल लैंडिंग एक अंतरिक्ष शक्ति के रूप में उसके उदय का प्रतीक है। देश की सरकार निजी अंतरिक्ष प्रक्षेपण और उससे जुड़े सैटेलाइट बेस्‍ड बिजनेस में निवेश को बढ़ाना चाहती है। कंसल्‍टेंसी स्‍पेसटेक के पार्टनर और मैनेजिंग डायरेक्‍टर कार्ला फिलोटिको ने कहा, ‘चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने से वास्तव में भारत को यह पता लगाने में मदद मिलेगी कि क्या चंद्रमा पर पानी की बर्फ है। यह चंद्रमा के भूविज्ञान पर डेटा और विज्ञान के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।’