मॉस्को: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के लिए मंगलवार को एक बैड न्यूज आई। यूक्रेन के साथ जारी जंग के बीच ही उन्हें पता लगा कि रूस का एक और पड़ोसी फिनलैंड अब उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) का 31वां सदस्य बन गया है। पुतिन जहां यूक्रेन के साथ पिछले एक साल से जंग में उलझे हैं, फिनलैंड ने नाटो में शामिल होकर उनका सारा खेल बिगाड़ दिया है। पुतिन ने ऐलान किया है कि वह फिनलैंड की सीमा पर फौज में इजाफा करेंगे। साथ ही उन्होंने फिनलैंड को भी आजाद कराने की कसम खाई है। फरवरी 2022 में रूस ने यूक्रेन पर हमला किया था जो पिछले काफी समय से नाटो में शामिल होने की कोशिशों में लगा है। सीमा पर बढ़ेगी फौजफिनलैंड और रूस की सीमा 1307 किलोमीटर लंबी है। फिनलैंड का नाटो में शामिल होने से रूस की पश्चिमी ट्रांसलाटिंक सीमा अब दोगुनी हो गई है। फिनलैंड को जवाब देने के लिए रूस ने अपनी मिलिट्री को शक्तिशाली करने की कसम खाई है। साथ ही उसने उत्तर पश्चिमी और पश्चिमी दिशा में फौज बढ़ाने की ठान ली है। रूस के उप विदेश मंत्री एलेक्जेंडर गुरुश्को ने कहा है कि नाटो का विस्तार के बाद रूस को सैन्य सुरक्षा को मजबूत करने के लिए अतिरिक्त कदम उठाने होंगे। फिनलैंड की दूरी सेंट पीटरसबर्ग से सिर्फ 125 किलोमीटर है और यह राष्ट्रपति पुतिन का होमटाउन है।NATO India News: भारत के साथ हाथ मिलाने को क्यों बेताब है सबसे ताकतवर मिलिट्री संगठन नाटो, जानिए इसके बारे में सबकुछरूस ने दी चेतावनीरूस ने फिनलैंड के नाटो में शामिल होते ही चेतावनी दी है कि बेलारूस के मिलिट्री एयरक्राफ्ट को अपग्रेड कर दिया गया है। अब ये परमाणु हमले करने में सक्षम हैं। रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगू ने कहा, ‘बेलारूस के कुछ अटैक एयरक्राफ्ट अब इस क्षमता से लैस हैं कि वह दुश्मन के ठिकानों पर परमाणु हथियारों से निशाना लगा सकते हैं।’ शोइगू ने चेताया है कि फिनलैंड की नाटो में एंट्री और संगठन की तरफ से युद्ध की तैयारियों को बढ़ाने के कदम ने अब संघर्ष की आशंका को और बढ़ा दिया है।Ukraine War China: चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का स्वागत करने को बेकरार यूक्रेन के प्रेसीडेंट वोलोदिमीर जेलेंस्की, पुतिन को दी चेतावनीफिनलैंड का पुराना सपनाफिनलैंड का नाटो में शामिल होने वाला कदम मास्को के सामने पश्चिम की ट्रान्साटलांटिक सीमा को लगभग दोगुना कर देगा। साल 2020 में नॉर्थ मैसेडोनिया नाटो का सदस्य बना था। अब तीन साल बाद फिनलैंड को इसकी सदस्यता मिली है। फिनलैंड की ही तरह स्वीडन ने भी नाटो की सदस्यता के लिए अप्लाई किया है। लेकिन तुर्की और हंगरी की तरफ से स्वीडन की अप्लीकेशन को समर्थन देने से इनकार कर दिया गया था। फिनलैंड काफी सालों से इस संगठन में शामिल होने का इंतजार कर रहा था। फिनलैंड के विदेश मंत्री पेक्का हाविस्टो ने ब्रसेल्स में नाटो हेडक्वार्ट्स पर आधिकारिक दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए। अब इन दस्तावेजों को अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन को सौंप दिया जाएगा।बॉर्डर हुआ दोगुनान सिर्फ अब नाटो का बॉर्डर दोगुना हो गया है बल्कि यूक्रेन युद्ध के बीच ही फिनलैंड का पूर्वी हिस्सा मजबूत हो गया है। नाटो प्रमुख जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने कहा कि फिनलैंड का सैन्य गठबंधन में शामिल होना यूक्रेन पर रूस के आक्रमण का सीधा परिणाम है। उन्होंने कहा कि पुतिन नाटो का दरवाजा बंद करना चाहते थे। लेकिन उनका प्रयास विफल रहा है। उन्होंने कहा कि जल्द ही स्वीडन भी संगठन का पूर्ण सदस्य बन जाएगा। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने फिनलैंड के नाटो में शामिल होने को ‘ऐतिहासिक’ कदम बताया है। साथ ही उन्होंने अब स्वीडन को स्वीकार करने के लिए गठबंधन से रिक्वेस्ट की है।