लीमा : एक नए अध्ययन के अनुसार, पेरू में खोजी गई एक विशाल प्राचीन व्हेल रिकॉर्ड में दर्ज सबसे भारी जानवर हो सकती है। विलुप्त हो चुकी पेरुसेटस कोलोसस (Perucetus Colossus) व्हेल का अनुमानित वजन 85 से 340 मीट्रिक टन था। यह ब्लू व्हेल के बराबर या उससे अधिक भारी थी जिसे निर्विवाद रूप से अब तक ‘सबसे बड़े शरीर द्रव्यमान’ वाला जानवर माना जाता था। नेचर जर्नल में बुधवार को प्रकाशित अध्ययन के पहले लेखक जियोवानी बियानुची ने इसकी जानकारी दी है।पेरुसेटस का आंशिक कंकाल, जिसमें 13 कशेरुक (रीढ़ की हड्डी का अंश), चार पसलियां और एक कूल्हे की हड्डी शामिल है, 17 से 20 मीटर (55.8 से 65.6 फीट) लंबा है। अध्ययन के अनुसार, जीवाश्म का सैंपल 25 मीटर लंबा (82 फुट लंबा), ब्लू व्हेल से छोटा है। लेकिन इसके कंकाल का द्रव्यमान अभी भी संभावित रूप से इस प्रजाति के किसी भी ज्ञात स्तनपायी से अधिक है। पेरुसेटस का वजन संभवतः ब्लू व्हेल से दो से तीन गुना अधिक था, जिसका वजन आज अधिकतम 149.6 मीट्रिक टन है।इस साल इतनी गर्मी क्यों पड़ रही है? ग्लोबल वॉर्मिंग ही नहीं ये तीन कारण भी हैं जिम्मेदार, 2024 में मिलेगी राहत?कितनी भारी थी प्राचीन व्हेल?सीएनएन की खबर के अनुसार बियानुची ने बताया, ‘पेरुसेटस का वजन लगभग दो ब्लू व्हेल, तीन अर्जेंटीनोसॉर (एक विशाल सॉरोपॉड डायनासोर), 30 से अधिक अफ्रीकी जंगली हाथी और 5,000 से अधिक लोगों के बराबर था।’ वह इटली में यूनिवर्सिटी ऑफ पीसा के डिपार्टमेंट ऑफ अर्थ साइंसेज के एसोसिएट प्रोफेसर हैं। पेरुसेटस संभवतः अपने भारी भरकम वजन और अनोखे स्विमिंग स्टाइल के कारण धीरे-धीरे तैरता था।फोटो : Giovanni Bianucci’कल्पना से परे जीव’बियानुची ने कहा कि पेरुसेटस की हड्डियां ‘बेहद सघन’ थीं। कंकाल का इस तरह का भारीपन किसी भी जीवित सिटेसियन में नहीं पाया जाता है। बियानुची ने कहा, ‘पेरुसेटस के इतने भारी कंकाल के द्रव्यमान से पता चलता है कि विकास (evolution) ऐसे जीवों को पैदा कर सकता है जो हमारी कल्पना से परे हैं।’ बियानुची ने कहा कि पहली पेरुसेटस कशेरुका की खोज पेरू के जीवाश्म विज्ञानी मारियो अर्बिना श्मिट ने 10 साल से भी अधिक समय पहले की थी।