इस्लामाबाद : पाकिस्तान एक इस्लामिक देश है। दुनिया के सामने भले वह उदारवादी और लोकतांत्रिक चेहरा दिखाता है लेकिन उसकी हकीकत सभी जानते हैं। पाकिस्तान में न सिर्फ हिंदू, सिख, बौद्ध जैसे अल्पसंख्यक प्रताड़ित किए जाते हैं बल्कि सरकार भी इन्हें सुरक्षा दे पाने में नाकाम साबित होती है। यही हाल उसके पड़ोसी देश अफगानिस्तान का भी है जहां तालिबान शासन आने के बाद परिस्थितियां बदतर हो चुकी हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भारतीय न्यूज चैनल इंडिया टीवी को दिए एक इंटरव्यू में इसका जिक्र किया। उन्होंने कहा कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है जो ‘वसुधैव कुटुंबकम’ की भावना में विश्वास करता है जिसका मतलब है कि ‘सारा जगत एक परिवार है’। वहीं पाकिस्तान, अफगानिस्तान जैसे देशों में अल्पसंख्यकों के धार्मिक स्थल भी सुरक्षित नहीं हैं। आइए जानते हैं कि सीएम योगी के इस बयान में कितनी सच्चाई है?निजी न्यूज चैनल के कार्यक्रम में सीएम योगी ने कहा, ‘हमें इस बात को नहीं भूलना चाहिए, भारत आज सेक्युलर है क्योंकि यह हिंदू बहुसंख्यक है। जो सभी की सुरक्षा की गारंटी देता है। ‘वसुधैव कुटुंबकम’ पर विश्वास करता है। अन्यथा पाकिस्तान के अंदर क्या हो रहा है, अफगानिस्तान में क्या हो रहा है। दुनिया के अन्य देशों में दूसरे धर्मों को मानने वालों के साथ किस तरह का व्यवहार हो रहा है? जब दुनिया के अंदर तमाम ऐसे देश हैं, जहां उनके धर्म स्थलों को तोड़ा जा रहा है, वहां तो कोई नहीं बोल रहा है, सभी के सामने उदाहरण है।’अल्पसंख्यकों की मस्जिदें भी नहीं सुरक्षितपाकिस्तान की कुछ हालिया घटनाएं यह साबित करती हैं कि पाकिस्तान को लेकर सीएम योगी का बयान कितना सही है। पिछले सोमवार को पेशावर की एक मस्जिद में सुसाइड ब्लास्ट हुआ था। इसमें सैकड़ों लोग घायल हुए थे और 100 से अधिक की मौत हो गई थी। शुक्रवार को पाकिस्तान से सामने आए एक वीडियो कुछ कट्टरपंथी एक अहमदिया मस्जिद को तोड़ते हुए दिखाई दे रहे थे। ये लोग पाकिस्तान की चरमपंथी इस्लामिक पार्टी टीएलपी के सदस्य बताए जा रहे थे।’पाकिस्तान के अंबानी’ की मानते शहबाज तो भिखारी नहीं बनता पाकिस्तान1947 में तोड़े गए 428 मंदिरपाकिस्तान में न सिर्फ हिंदू और सिख समुदायों के धार्मिक स्थलों बल्कि शिया, हजारा और अहमदिया समुदाय के लोगों और उनकी मस्जिदों को आए दिन निशाना बनाया जाता है। पिछले साल जून में कराची में एक हिंदू मंदिर पर हमला किया गया था। कट्टरपंथियों ने पुजारी के साथ मारपीट की और हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियां तोड़ दीं। ऑल पाकिस्तान हिंदू राइट्स मूवमेंट की रिपोर्ट बताती है कि पाकिस्तान में 1947 में करीब 428 मंदिर तोड़ दिए गए थे। वर्तमान में पाकिस्तान में सिर्फ 20 बड़े हिंदू मंदिर ही बचे हैं।Pakistan Political Crisis: मुझे पेशाब ही नहीं आती, कहां से दूं… शेख रशीद ने पाकिस्तानी पुलिस को नहीं दिया यूरीन सैंपल, क्या पी रखी थी शराब?सिर्फ 22 लाख हिंदू, वे भी खतरे मेंपिछले साल सेंटर फॉर पीस एंड जस्टिस पाकिस्तान की एक रिपोर्ट में बताया गया था कि पाकिस्तान में हिंदुओं की आबादी सिर्फ 22 लाख 10 हजार है। यह मुल्क की कुल रजिस्टर्ड जनसंख्या का सिर्फ 1.8 प्रतिशत है। पाकिस्तान में सबसे ज्यादा खतरा अल्पसंख्यक महिलाओं और मासूम बच्चियों को रहता है। आए दिन कट्टरपंथी उन्हें अगवा कर ले जाते हैं और जबरन धर्मांतरण कर उनसे शादी कर लेते हैं। जब ऐसे मामलों की शिकायत पुलिस से की जाती है तो वह भी कड़ी कार्रवाई से बचती नजर आती है।(अगर आप दुनिया और साइंस से जुड़ी ताजा और गुणवत्तापूर्ण खबरें अपने वाट्सऐप पर पढ़ना चाहते हैं तो कृपया यहां क्लिक करें।)