लाहौर: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने गुरुवार को सरकार के इस दावे को खारिज कर दिया कि उनकी जान को विदेशी एजेंसियों से खतरा है। खान ने कहा कि उन्होंने देश में कुल छह लोगों की पहचान की है जिन्होंने उनकी हत्या की साजिश रची थी। इनमें तीन चेहरे नये हैं। उन्होंने कहा कि वीडियो में उन लोगों के बारे में बात की गयी है जो उन्हें मारना चाहते हैं। खान ने गुरुवार को ट्वीट किया, ‘‘छह में तीन लोग वो हैं जिनके नाम मैंने पिछले साल नवंबर में पंजाब में मेरी जान लेने की कोशिश के बाद दर्ज प्राथमिकी में लिये थे।’’इमरान पर हुआ था हमलाखान पर लाहौर से करीब 150 किलोमीटर दूर वजीराबाद में उनकी रैली पर हमला हुआ था। इसके बाद वह पैर में गोली लगने से घायल हो गये थे। खान ने अपनी हत्या की साजिश रचने के लिए प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, गृह मंत्री राणा सनाउल्ला और आईएसआई के शीर्ष अधिकारी मेजर जनरल फैसल नसीर को जिम्मेदार ठहराया था। उन्होंने कहा, ‘‘गृह मंत्री (सनाउल्ला) कहते हैं कि मेरी जान को विदेशी एजेंसियों से खतरा है। मैं पूरे देश के सामने साफ कर दूं कि मेरी जान को केवल तीन लोगों से खतरा है जिनके नाम मैंने वजीराबाद में हुई हत्या की कोशिश के बाद लिये थे। मैंने एक वीडियो में बयान जारी कर इन तीन लोगों के साथ तीन और लोगों की पहचान की है जिन्होंने 18 मार्च को मुझे मारने की कोशिश की थी।’’Pakistan Leak: पाकिस्तान में ‘सास-बहू’ भी कर रहीं राजनीति, चीफ जस्टिस की सास का ऑडियो लीक, मार्शल लॉ पर बड़ा खुलासातीन लोगों की पहचान बताने से इनकारखान ने तीन अन्य लोगों की पहचान नहीं बताई है। गत 18 मार्च को खान की भ्रष्टाचार के एक मामले में एक अदालत में पेशी से पहले इस्लामाबाद के न्यायिक परिसर के बाहर सुरक्षा बलों तथा खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के समर्थकों के बीच झड़प हो गयी थी। खान ने ट्वीट कर साफ तौर पर कहा कि अगर उनकी हत्या हो जाती है तो जिम्मेदार वही लोग होंगे जिनके नाम वीडियो में हैं। उन्होंने कहा, ‘‘अगर मेरी जान लेने की अब कोई कोशिश होती है तो ये ही लोग जिम्मेदार होंगे। जिस तरह उन्होंने वजीराबाद हमले के लिए एक धार्मिक चरमपंथी को जिम्मेदार ठहराने की कोशिश करके महज धूल झोंकने की कोशिश की थी, वे अब फिर विदेशी एजेंसियों का छलावा कर रहे हैं।’’सत्ता में वापसी से घबराए लोगखान ने कहा, ‘‘मैं देश के सामने बिलकुल साफ कर देना चाहता हूं कि मेरी जान लेने की किसी भी कोशिश के लिए वही लोग जिम्मेदार होंगे जिनकी मैंने पहचान की है। वे इस बात से घबराये हुए है। कि मैं सत्ता में वापस आऊंगा और उन्हें जिम्मेदार ठहराऊंगा।’’ खान की पार्टी देश में जल्द आम चुनाव कराने पर जोर दे रही है, लेकिन प्रधानमंत्री शरीफ नीत सरकार देश में एक साथ चुनाव कराने के अपने रुख पर कायम है। मौजूदा नेशनल असेंबली का कार्यकाल 13 अगस्त को पूरा होगा और उसके बाद चुनाव होने की संभावना है।