इस्लामाबादखुद आतंकी संगठनों को अपनी सरजमीं पर पनाह देने वाले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने आरोप लगाया है कि लाहौर के जौहर टाउन में आतंकी सरगना हाफिज सईद के घर के बाहर धमाके के पीछे मास्टरमाइंड एक भारतीय नागरिक है। राष्ट्रीय सुरक्षा पर खान ने सलाहकार मोईद युसूफ ने रविवार को इस मामले से जड़ी जानकारी देते हुए दावा किया कि आरोपी का संबंध भारत की खुफिया एजेंसी RAW (रिसर्च ऐंड अनैलेसिस विंग) से है।खान ने ट्वीट किया है, ‘मैंने अपनी टीम को निर्देश दिया था कि देश को जौहर टाउन की जांच जुड़ी जानकारी बताई जाए।’ उन्होंने एक और ट्वीट में लिखा कि पंजाब पुलिस के आतंक निरोधी विभाग और खुफिया एजेंसियों ने मिलकर ‘आतंरकियों और उनके अंतरराष्ट्रीय संबंधों की पहचान की है।’ उन्होंने आरोप लगाया है, ‘फिर से इन जघन्य आतंकी हमलों की प्लानिंग और फाइनैंस भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ आतंकवाद के लिए की थी। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इस बर्ताव के खिलाफ ऐक्शन लेना चाहिए।’हाफिज सईद के घर के बाहर हमलाजियोन्यूज के मुताबिक, इससे पहले मोईद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि उनके पास पुख्ता सबूत और खुफिया जानकारी है कि 23 जून को लाहौर में हुए हमले को अंजाम देने वाले आतंकी भारत की खुफिया एजेंसी RAW ने स्पॉन्सर किए थे। उनका दावा है कि वित्तीय और फोन रेकॉर्ड्स से यह साबित हुआ है।यह धमाका आतंकवादी संगठन लश्‍कर-ए-तैयबा के संस्‍थापक हाफिज सईद के घर के पास हुआ था। इसमें कम से कम 3 लोगों की मौत हो गई थी और 20 अन्‍य घायल हो गए थे। लाहौर पुलिस के मुताबिक इस भीषण विस्‍फोट में करीब 30 किलोग्राम विस्‍फोटक का इस्‍तेमाल किया गया था। यही नहीं इसमें ‘विदेश में बने सामान’ का भी इस्‍तेमाल किया गया था। विस्‍फोट की वजह से घटनास्‍थल पर तीन फुट गहरा और 8 फुट चौड़ा गड्ढा बन गया।Lahore Blast: 30 किलो विस्‍फोटक, रिमोट से धमाका… हाफिज सईद के पूरे घर को उड़ाने की थी तैयारीखुद फंसा, तो भारत पर आरोप?पाकिस्तान के आरोपों से साफ है कि पिछले कुछ वक्त में आतंकवादियों को पनाह देने और भारत के खिलाफ साजिश करने की कोशिशों में पकड़े जाने से वह खिसिया गया है। दरअसल, हाल ही में फाइनैंशल ऐक्शन टास्क फोर्स (FATF) ने फैसला दिया है कि पाकिस्तान को आतंकी फंडिंग के लिए ग्रे लिस्ट में ही रखा जाएगा। इससे पाक को बड़ा आर्थिक नुकसान होने की संभावना है।Pakistan in Grey List: आतंकवाद पर पाकिस्तान को करारा झटका, FATF की ग्रे लिस्ट में ही रहेगाड्रोन भी साजिश में शामिलवहीं, 27 जून को जम्मू में वायुसेना के बेस पर दिखे ड्रोन विमान को भी पाकिस्तान से जुड़ा बताया गया है। यह ड्रोन विस्फोटक लेकर आया था। यही नहीं, पाकिस्तान के अंदर भी भारतीय दूतावास के ऊपर भी ड्रोन देखा गया था। रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि यह ड्रोन परिसर में रेकी करने आया था। पाकिस्तान ने इस आरोप का खंडन किया है।LoC के पास आतंकी ठिकाने से मिले 17 जिंदा ग्रेनेड, सुरक्षाबलों ने ऐसे लगाया ठिकानेइमरान खान (फाइल फोटो)