हाइलाइट्स:भारत के 50 हजार अतिरिक्‍त सैनिक तैनात करने पर चीन का सरकारी भोंपू भड़क उठा हैग्‍लोबल टाइम्‍स ने धमकी दी कि अगर भारत गैरजरूरी प्रतिस्‍पर्द्धा करेगा तो तबाह हो जाएगाउसने कहा कि चीन और भारत को एक-दूसरे की ताकत का मिलकर इस्‍तेमाल करना चाहिए पेइचिंगलद्दाख से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक भारत के 50 हजार अतिरिक्‍त सैनिक तैनात करने पर चीन का सरकारी भोंपू ग्‍लोबल टाइम्‍स भड़क उठा है। ग्‍लोबल टाइम्‍स ने अपने संपादकीय में धमकी दी कि अगर भारत पश्चिमी देशों के इशारे पर चीन के साथ गैरजरूरी प्रतिस्‍पर्द्धा करेगा तो तबाह हो जाएगा। चीनी अखबार ने यह भी कहा कि चीन और भारत को एक-दूसरे की ताकत का मिलकर इस्‍तेमाल करना चाहिए। ग्‍लोबल टाइम्‍स को रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की लद्दाख यात्रा पर भी मिर्ची लगी है। उसने कहा कि इससे भारत और चीन के बीच जारी तनाव को कम करने में निश्चित रूप से कोई मदद नहीं मिलेगी। राजनाथ सिंह की यात्रा भारत के कठोर रुख को दर्शाती है जिसे उसने हाल के दिनों में अपनाया है। हालांकि इससे कोई फायदा नहीं होगा। चीनी अखबार ने दावा किया कि भारत को सैन्‍य संघर्ष से कोई फायदा नहीं होगा क्‍योंकि पीएलए के सामने भारतीय सेना कमजोर है। अमेरिका पर व्लादिमीर पुतिन का तंज- ‘नरेंद्र मोदी और शी जिनपिंग जिम्मेदार नेता, किसी और के दखल की जरूरत नहीं”ड्रैगन और हाथी के बीच प्रतिस्‍पर्द्धा’ग्‍लोबल टाइम्‍स ने कहा, ‘सैन्‍य ताकत दिखाकर भारत को कोई फायदा नहीं होगा। यह भारत के हित में है कि वह चीन के साथ संयम बरते और सीमा विवाद को तेज करने से बचे।’ उसने कहा कि कोरोना काल में चीन की अर्थव्‍यवस्‍था कुलाचे मार रही है, वहीं भारत सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले देशों में है। लंबी अवधि में भारत और चीन को अपने सीमा विवाद को समुचित तरीके से सुलझाना चाहिए और एक-दूसरे के विकास में सहयोग करना चाहिए। चीनी अखबार ने दावा किया कि अमेरिका, जापान और ऑस्‍ट्रेलिया भारत को क्‍वॉड में शामिल करके अपना सहयोगी बनाने के लिए पूरी कोशिश कर रहे हैं। ये देश ‘ड्रैगन’ और ‘हाथी’ के बीच प्रतिस्‍पर्द्धा पैदा करना चाहते हैं ताकि लंबी अ‍वधि में दोनों एक-दूसरे को खा जाएं। इसके जरिए वे कम अवधि में चीन को नुकसान पहुंचा सकते हैं और दीर्घ अवधि में भारत को तबाह कर सकते हैं। इस तरह से अमेरिका, जापान और ऑस्‍ट्रेलिया एक पत्‍थर से दो पक्षियों को मारना चाहते हैं। भारत ने सीमा पर 50 हजार अतिरिक्‍त सैनिक तैनात क‍िएग्‍लोबल टाइम्‍स ने कहा कि अगर भारत पश्चिमी देशों के दबाव में अनावश्‍यक प्रतिस्‍पर्द्धा में पड़ता है तो यह भारत के लिए भयावह सपने के समान होगा। इससे पहले भारत ने चीन की बढ़ती सैन्‍य तैनाती से निपटने के लिए सीमा पर 50 हजार अतिरिक्‍त सैनिक तैनात कर दिए थे। न्यूज एजेंसी ब्लूमबर्ग ने यह खबर देते हुए चीन से मुकाबले के लिए भारत के इस कदम को ऐतिहासिक बताया है। एजेंसी न चार अलग-अलग सूत्रों के हवाले से कहा है कि भारत ने पिछले कुछ महीनों में चीनी सीमा से सटे तीन अलग-अलग इलाकों में सैन्य टुकड़ियों और युद्धक विमानों को तैनात किया है। इस तरह, अब भारत अब चीन की सीमा पर नजर रखने के लिए करीब दो लाख सैनिकों को तैनात कर दिया है जो पिछले साल के मुकाबले 40% ज्यादा है। एक सूत्र ने कहा कि भारत अब चीन के खिलाफ भी ‘ऑफेंसिव डिफेंस’ की रणनीति अपनाने में नहीं हिचकेगा। इसके लिए एक घाटी से दूसरे घाटी तक सैनिकों और हल्के हॉवित्जर तोपों को लाने-ले जाने में हेलिकॉप्टरों की भी तैनाती सुनिश्चित की गई है।चीन के सरकारी अखबार ने भारत को दी धमकी