india japan relation, India Japan Ties : ताइवान को धमकाते चीन से मुकाबला करेगी दिल्ली-टोक्यो की दोस्ती, बाइडन से मिल जापानी पीएम ने चेताया – japanese pm fumio kishida in us says india japan partnership will enhance warns china

वॉशिंगटन : जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने इस वक्त अमेरिका दौरे पर हैं। यहां उन्होंने कहा कि वॉशिंगटन के इंडो-पैसिफिक स्ट्रैटेजिक फ्रेमवर्क को मजबूत करने के लिए टोक्यो ‘जापान-भारत स्पेशल स्ट्रैटेजिक ग्लोबल पार्टनरशिप’ को ‘आगे बढ़ाएगा।’ किशिदा ने इस हफ्ते की शुरुआत में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से मुलाकात की थी। जापानी पीएम ने चीन को ‘कड़े संकेत’ देते हुए कहा कि वह जल्द ही जापान की इंडो-पैसिफिक पॉलिसी को अपग्रेड करेंगे। उन्होंने कहा कि जापान इस साल दिसंबर में आसियान (ASEAN) देशों से शिखर सम्मेलन का आयोजित करेगा। जापानी पीएम ने कहा कि ASEAN के साथ-साथ भारत भी जापान के लिए एक महत्वपूर्ण भागीदार बना रहेगा।किशिदा ने जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ एडवांस्ड इंटरनेशनल स्टडीज को संबोधित करते हुए कहा कि मैं भारत के साथ संबंधों की अहमियत के बारे में बताना चाहता हूं। भारत इस साल जी20 का अध्यक्ष है और साझा मूल्यों और रणनीतिक हितों वाला भागीदार है। उम्मीद है कि भारत की जनसंख्या चीन को पीछे छोड़ देगी और वह दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में खड़ा होगा। उन्होंने कहा कि हम ‘जापान-भारत स्पेशल स्ट्रैटेजिक ग्लोबल पार्टनरशिप’ को आगे बढ़ाएंगे। एक स्वतंत्र और खुले हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए एक साथ काम करना जारी रखेंगे।संयुक्त हवाई अभ्यास करेंगे भारत-जापानइस साल पहली बार भारत और जापान चीन की बढ़ती आक्रमकता के बीच ‘वीर गार्जियन’ नामक एक संयुक्त हवाई अभ्यास करेंगे। यह अभ्यास जापान में 16 जनवरी से 26 जनवरी तक होगा। जापान क्वाड समूह में भारत, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया के साथ पार्टनर है। किशिदा ने भारत-जापान वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए जापान के पीएम के रूप में पहली बार मार्च 2022 में भारत का दौरा किया था। यात्रा के दौरान, दोनों पक्षों ने बढ़ती चीनी आक्रमकता के खिलाफ एक साथ आने का फैसला किया था। पश्चिमी देशों की यात्रा पर जापानी पीएमअपने भाषण में किशिदा ने कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति बाइडन के साथ चीन की बढ़ती सैन्य गतिविधियों पर चर्चा की। जापानी प्रधानमंत्री इस वक्त पश्चिमी देशों की यात्रा पर हैं। वह अमेरिका के अलावा ब्रिटेन, फ्रांस, इटली और कनाडा भी जाएंगे। यूक्रेन युद्ध के बाद पश्चिमी देश रूस को अलग-थलग करने में जुटे हैं। इनमें जापान भी शामिल है। ऐसे समय में चीन रूस से नजदीकियां बढ़ा रहा है। दोनों देशों की अंतरराष्ट्रीय चुनौतियां लगभग एक जैसी हैं और दोनों का सबसे बड़ा दुश्मन अमेरिका है। फिलहाल चीन ताइवान को डराने में लगा हुआ है। वह इसे मेनलैंड चाइना में मिलाने की बात भी कह चुका है। इसके लिए वह रूस-यूक्रेन जंग पर करीब से नजर बनाए हुए है।