इस्लामाबाद/वॉशिंगटन: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ एक बार फिर से भारत से करारा झटका लगने के बाद बौखला से गए हैं। शहबाज शरीफ ने अभी दो दिन पहले ही भारत से गुहार लगाई थी कि वह बातचीत शुरू करे। भारत ने शहबाज शरीफ के इस प्रस्ताव को भाव नहीं दिया तो अब पाकिस्तानी पीएम ने जहरीला बयान दिया है। शहबाज ने तुर्की से युद्धपोत मिलने के बाद एक कार्यक्रम में भारत पर हमला बोला और कहा कि कुछ तत्व इस क्षेत्र में अपना आधिपत्य स्थापित करने की रेस में हैं। इस बीच अमेरिका ने पाकिस्तान को साफ कह दिया है कि वह कोई मध्यस्थता नहीं करेगा और दोनों देशों के बीच सीधी बातचीत का वह समर्थन करता है।भारत को बातचीत का ऑफर करने के एक दिन बाद शहबाज शरीफ ने कहा, ‘क्षेत्र में कुछ तत्व अपना आधिपत्य स्थापित करने का प्रयास कर रहे हैं और प्रभाव का क्षेत्र बनाना चाहते हैं। इस वजह से यह और ज्यादा महत्वपूर्ण हो गया है कि हम अपनी नौसेना को मजबूत करें। साथ ही समुद्री अभियानों को बढ़ाएं।’ शहबाज शरीफ ने तुर्की से मिले एक युद्धपोत से जुड़े कार्यक्रम में यह बयान दिया। इस बीच अमेरिकी सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि उनका देश भारत और पाकिस्तान के बीच सीधे संवाद का समर्थन करता है।भिखारियों की तरह गिड़गिड़ाते हैं शहबाज… बातचीत के ऑफर पर अपने पीएम को लानत दे रहे पाकिस्तानी, भारत की तारीफभारत पाकिस्तान पर क्या बोला अमेरिकाअमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘जैसा कि हम लंबे समय से कहते रहे हैं, हम भारत और पाकिस्तान के बीच चिंताजनक मुद्दों पर सीधे संवाद का समर्थन करते हैं। हमारा लंबे समय से यही रुख रहा है।’ पाकिस्तान अक्सर अमेरिका से भारत के साथ विवाद सुलझाने में मध्यस्थता के लिए गुहार लगाता रहता है। हालांकि अब अमेरिका ने साफ कर दिया है कि दोनों देशों को खुद ही बातचीत करना होगा। वहीं भारत ने पाकिस्तान को स्पष्ट शब्दों में कह दिया है कि जब तक सीमापार आतंकवाद को रोका नहीं जाता है तब तक कोई बातचीत नहीं होगी।इससे पहले शहबाज शरीफ ने भारत से बातचीत की गुहार लगाई थी। शहबाज ने कहा था कि अगर भारत ‘गंभीरता’ दिखाता है तो पाकिस्तान बातचीत को तैयार है। शहबाज शरीफ ने कहा था कि पाकिस्तान भारत के साथ 3 युद्ध लड़ चुका है और इससे उसे गरीबी, अशिक्षा और बेरोजगारी ही मिली है। उन्होंने कहा था कि हम हर किसी से बातचीत के लिए तैयार हैं। फिर चाहे हमारा पड़ोसी देश ही क्यों न हो। उन्होंने कहा कि युद्ध अब कोई विकल्प नहीं है।