लंदनब्रिटेन में एक व्यक्ति ने पत्नी को तलाक के बाद उसका हिस्सा पाने से रोकने के लिए करोड़ों के अपने घर को खुद ही आग लगा दी। जले हुए घर की कीमत 550,000 पाउंड या 56804550 रुपये आंकी गई है। इतना ही नहीं, उस व्यक्ति ने आग लगने के बाद दमकल विभाग को फोन तक नहीं किया। आग से हुए नुकसान की भरपाई न हो सके, इसके लिए पति ने पत्नी को बिना बताए इंश्योरेंस के प्रीमियम का भुगतान तक नहीं किया था।कोर्ट में हुआ मामले का खुलासाइस पूरे मामले का खुलासा एक्सेटर क्राउन कोर्ट में सुनवाई के दौरान हुआ। पुलिस और दमकल विभाग ने कोर्ट को बताया कि यह आग आकस्मिक नहीं, बल्कि जान बूझकर लगाई गई थी। जांचकर्ताओं ने आग लगाने के लिए 75 वर्षीय जॉन मैककॉरी को दोषी बताया। उन्होंने कहा कि मैककॉरी एक्सेटर के पास केनफोर्ड में स्थित अपने घर की होने वाली नीलामी से नाखुश थे।आग लगाने से पहले खूब पी शराबइस घर में जॉन मैककॉरी और उनकी पत्नी हिलेरी 20 साल तक एक साथ रहे थे। उन्होंने घर को आग लगाने से पहले जमकर शराब पी और बाद में प्रोपेन गैस के सिलिंडरों में ब्लोटॉर्च की मदद से आग लगा दी। आग को लगाने के बाद वह आराम से कुर्सी पर बैठ गए और फिर से शराब पीनी शुरू कर दी। उन्होंने पड़ोसियों के इकट्ठा होने पर कहा कि ‘मैं इसे जलते हुए देख रहा हूं।’आग लगने के बाद 320000 पाउंड में बिका घरजांचकर्ताओं ने कोर्ट को बताया कि 17 जून को आग लगने के तीन दिन बाद यह घर 550,000 पाउंड में बेचा जाना था। आग लगने के बाद यह घर इतना खराब हो गया था कि हाल ही में इसे 320,000 पाउंड में बेचा गया है। अदालत को यह भी बताया गया कि आग लगने की घटना के ठीक पहले मैककॉरी ने अपनी पत्नी को घर से सामान निकालने से रोक दिया था। आरोपी ने स्वीकारी भूमिकामैककॉरी ने कोर्ट में आगजनी, जीवन को खतरे में डालने और लापरवाह होने की बात स्वीकार की। हालांकि, उन्होंने दावा किया कि वर्कशाप में पीतल के दरवाजे के हैंडल को ब्लोटॉर्च से साफ करते समय दुर्घटनावश यह आग लगी थी। एक्सेटर क्राउन कोर्ट के जज कीथ कटलर ने जांचकर्ताओं की दलील सुनने के बाद मैककॉरी के दावे को खारिज कर दिया।