हाइलाइट्सअमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी की हत्या अभी तक दुनिया के लिए रहस्य बनी हुई हैअमेरिका के द नैशनल आर्काइव ने अमेरिकी जांच को लेकर 1500 दस्तावेज सार्वजनिक किए हैंइन दस्तावेजों से खुलासा हुआ है कि कैनेडी के हत्यारे ने केजीबी के एजेंट से मुलाकात की थीवॉशिंगटनअमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी की हत्या अभी तक दुनिया के लिए रहस्य बनी हुई है। अब अमेरिका के द नैशनल आर्काइव ने बुधवार को अमेरिकी जांच को लेकर 1500 दस्तावेज सार्वजनिक किए हैं। जॉन एफ कैनेडी की 22 नवंबर 1963 को हत्या कर दी गई थी। इन खुफिया दस्तावेजों से खुलासा हुआ है कि कैनेडी के हत्यारे ली हार्वे ओसवाल्ड ने इस हत्याकांड के दो महीने पहले रूसी खुफिया एजेंसी केजीबी के एजेंट से मुलाकात की थी।अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए के मेमो से यह भी पता चला है कि एक अज्ञात मुखबिर ने ऑस्ट्रेलिया में अमेरिकी दूतावास के अधिकारियों को सूचना दी थी कि कैनेडी की सोवियत संघ की ओर से हत्या कर दी जाएगी। लेकिन इस खुफिया सूचना को कभी भी सीआईए को नहीं दिया गया। एक मेमो में कहा गया है कि ऑस्ट्रेलिया से टेलिफोन पर हुई बातचीत का पूरा डिटेल मांगा गया था। इसे ध्यान दिया जाना चाहिए कि सीआईए को 1962 में आए इस फोन कॉल के बारे में कोई जानकारी नहीं है। 23 सितंबर को सोवियत दूतावास में था ओसवाल्ड इन दस्तावेजों से कैनेडी की मौत के बारे में नई जानकारी मिली है लेकिन यह विवाद अभी तक सुलझा नहीं है। इन 1500 फाइलों में एक बैठक, कैनेडी की हत्या से पहले ओसवाल्ड और सोवियत जासूसों के बीच बातचीत का खुलासा हुआ है। दस्तावेज में कहा गया है, ‘मेक्सिको सिटी में पकड़ी गई एक फोन कॉल से पता चलता है कि ओसवाल्ड 23 सितंबर को सोवियत दूतावास में था और वहां KGB अधिकारी वलेरी व्लादिमिरोविच से मुलाकात की थी।’ मेमो में कहा गया है, ‘ओसवाल्ड ने सोवियत दूतावास में एक अक्टूबर को फोन किया था और अपना नाम बताया था। उसने टूटी-फूटी रूसी भाषा में अपनी बात कही। इस मेमो में केजीबी अधिकारी का भी जवाब दिया गया है। फोन कॉल के बारे में यह मेमो 23 नवंबर 1963 का है। इसके एक दिन बाद ही ओसवाल्ड पर कैनेडी की हत्या का आरोप लगाया गया था। कैनेडी की हत्या के दो दिन बाद एक अन्य मुखबिर ने ऑस्ट्रेलिया में अमेरिका के नौसैनिक अधिकारी को फोन करके कहा था कि इसके पीछे केजीबी का हाथ है।