चांद का ज्यादातर हिस्सा क्रेटर से भरा है। ये विशालकाय गड्ढे हैं। हालांकि पृथ्वी पर भी क्रेटर बने हैं, लेकिन समय के साथ वह अपने को पानी, पेड़ पौधों और टेक्टोनिक गतिविधियों से रिपेयर कर लेती है। पृथ्वी पर क्रेटर आसानी से नहीं दिखते, लेकिन चांद पर इनकी भरमार है।