More woes for Japan as birth rate hits record low जापान में प्रजनन दर में एतिहासिक गिरावट, कम होती जनसंख्‍या से परेशान सरकारी की मुश्किलें और बढ़ीं

टोक्‍यो: जापान की प्रजनन क्षमता 2022 में रिकॉर्ड निचले स्तर 1.26 पर आ गई। इसमें लगातार सातवें साल गिरावट रही। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले साल प्रति महिला के जीवनकाल में जन्म लेने वाले बच्चों की औसत संख्या 1.26 थी, जो 2021 के आंकड़े से 0.05 कम है। समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने बताया कि टोक्यो में सबसे कम प्रजनन दर 1.04 थी, इसके बाद मियागी में 1.09 और होक्काइडो में 1.12 थी, जबकि ओकिनावा में उच्चतम प्रजनन दर 1.70 थी, इसके बाद मियाजाकी में 1.63 और टोटोरी में 1.6 थी।बुजुर्गों की जनसंख्‍या चिंता2022 में जन्म लेने वाले शिशुओं की संख्या भी एक साल पहले की तुलना में 40,875 कम होकर 770,747 रही। पहली बार यह संख्या 8 लाख से नीचे गिर गई। नवीनतम आंकड़े प्रधान मंत्री फुमियो किशिदा द्वारा देश की गिरती जन्मदर को रोकने के लिए उठाए गए कदमों के एक दिन बाद आई है। जापान की जन्म दर लगातार सातवें वर्ष गिरकर 2022 में 1.26 के रिकॉर्ड निचले स्तर पर आ गई। स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी आंकड़ों ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है। जापान में बुजुर्गों की बढ़ती संख्या और जन्म दर में गिरावट हमेशा से बड़ी चिंता का विषय रहा है।16 वर्षों से घट रही आबादीवार्षिक जनसंख्या आंकड़ों के अनुसार, एक महिला द्वारा अपने जीवनकाल में बच्चों को जन्म देने की वर्ष 2021 की औसत संख्या 1.30 से गिरकर वर्ष 2022 में 1.26 रह गई, जो 2005 से रिकॉर्ड निचला स्तर है। प्रजनन दर 2.06-2.07 की दर से काफी नीचे है जिसे जनसंख्या का तालमेल बनाए रखने के लिए आवश्यक माना जाता है। 12.5 करोड़ से अधिक की आबादी वाले जापान की आबादी 16 वर्षों से घट रही है और 2070 तक इसके गिरकर 8.7 करोड़ रह जाने का अनुमान है। जन्म दर में गिरावट और बुजुर्गों की बढ़ती आबादी का अर्थव्यवस्था और राष्ट्रीय सुरक्षा पर भारी प्रभाव पड़ता है क्योंकि जापान, चीन की तेजी से बढ़ती क्षेत्रीय महत्वाकांक्षाओं का मुकाबला करने के लिए अपनी सेना को मजबूत करना चाहता है।सैनिकों की भारी कमीस्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि जापान में नवजात शिशुओं की संख्या भी पिछले साल पांच फीसदी गिरकर 77,747 रह गई। वहीं, मृत्यु दर में नौ फीसदी के इजाफे के साथ देश में 15 लाख से अधिक लोगों की मौत हो गई। प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने जनसंख्या में वृद्धि के लिए उपाय सुझाने के वास्ते गठित विशेष समिति से एक बैठक के दौरान कहा, ‘‘वर्ष 2030 में युवा आबादी में भारी गिरावट की संभावना से पहले हमारे लिए घटते जन्म दर में सुधार का एक आखिरी मौका है।’’