हाइलाइट्सइंसानों की बनाई गई सबसे महंगी चीज धरती पर मौजूद नहींइसके बावजूद हर साल रख-रखाव पर खर्च होता है 400 करोड़ डॉलरयह चीज इतनी महंगी थी कि इसे बनाने के लिए कई देशों को देना पड़ा था पैसा वॉशिंगटनइंसानों ने पिन से लेकर प्लेन और एक कमरे से लेकर बहुमंजिला इमारतों तक बहुत कुछ निर्माण किया है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इंसानों की बनाई गई कौन सी चीज सबसे ज्यादा महंगी है या फिर उनकी कीमत कितनी है। आपको जानकर हैरानी होगी कि धरती पर इंसानों की बनाई गई आज तक की सबसे महंगी चीज हमारे ग्रह से बाहर है।रखरखाव पर खर्च होते हैं 400 करोड़ डॉलरCNBC की एक रिपोर्ट के अनुसार, इंसानों की धरती पर बनाई गई सबसे महंगी चीज अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) है। आईएसएस की कीमत 15 हजार करोड़ डॉलर आंकी गई है। एक कैलकुलेटर के लिए भी भारतीय मुद्रा में आईएसएस के कीमत की गणना करना बहुत मुश्किल होगा। रिपोर्ट्स के मुताबिक, नासा हर साल इंटरनेशनल स्पेस सेंटर के रखरखाव पर 400 करोड़ डॉलर खर्च करता है। कई देशों की फंडिंग से हुआ था तैयारपूरे अंतरिक्ष स्टेशन को स्थापित करना इतना कठिन था कि अमेरिका, रूस, यूरोप, कनाडा और जापान से मिले समर्थन के बाद ही इसका निर्माण हो सका। Grunge की रिपोर्ट के अनुसार, अंतरिक्ष स्टेशन की प्रयोगशाला और अन्य सुविधाएं बेहद आधुनिक हैं। नवंबर 2000 से हर समय अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन में विभिन्न देशों के अंतरिक्ष यात्री रहते हैं।इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के बाद अब चांद और मंगल पर फिल्म शूटिंग को तैयार, रूसी डायरेक्टर का ऐलानबाहरी अंतरिक्ष में शोध के लिए किया गया था निर्माणअंतराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन का निर्माण बाहरी अंतरिक्ष में अनुसंधान करने के लिए किया गया था। इसे पृथ्वी की सबसे निचली कक्षा में स्थापित किया गया है। इस प्रॉजेक्ट पर काम 1989 में शुरू किया गया था। वर्तमान में आईएसएस अबतक का बनाया गया सबसे बड़ा सैटेलाइट है। आईएसएस में अमेरिका की नासा के साथ रूस की रशियन फेडरल स्पेस एजेंसी (आरकेए), जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी (जेएएक्सए), कनाडा की कनेडियन स्पेस एजेंसी (सीएसए) और यूरोपीय देशों की संयुक्त यूरोपीयन स्पेस एजेंसी (ईएसए) एक साथ काम करती हैं।NASA ने सूरज को पार करते इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन की तस्वीर की शेयर, दिखा अद्भुत नजारा410 किलोमीटर ऊपर परिक्रमा लगा रहाअमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी के अनुसार, अंतरिक्ष स्टेशन पृथ्वी से लगभग 410 किलोमीटर ऊपर परिक्रमा लगा रहा है। कुछ महीने पहले ही अंतरिक्षयात्रियों के एक दल ने स्पेस वॉक कर आईएसएस के सोलर पैनलों को अपग्रेड किया था। इन नए सोलर पैनलों को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि ये एक लाल कालीन की तरह सतह पर बिछ सकता है, जो पुराने वाले से बिल्कुल अलग है। शराब की इस बोतल की कीमत 7 करोड़ रुपये से भी ज्यादा, आखिर इतना महंगा क्यों बिक रहा?चीन ने बनाया खुद का अंतरिक्ष स्टेशनचीन ने अमेरिका के नेतृत्व वाले आईएसएस को टक्कर देने के लिए खुद के अंतरिक्ष स्टेशन को स्थापित किया है। टी आकार वाले चीन के अंतरिक्ष स्टेशन का नाम तिआन्हे है। इस केंद्र का सबसे महत्त्वपूर्ण मॉड्यूल 29 अप्रैल को लॉन्च किया गया था। इस समय भी कई चीनी अंतरिक्षयात्री इस अंतरिक्ष स्टेशन पर मौजूद हैं। इसके अगले साल के शुरूआत तक पूरी तरह से सक्रिय होने की उम्मीद है।