Narendra Modi US Visit Russia: PM Modi Discuss Biden On G20 Guest List To Invite Russian President Putinn

वॉशिंगटन: अमेरिका के दौरे पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का राष्‍ट्रपति जो बाइडन ने जोरदार स्‍वागत किया है। बाइडन की पत्‍नी ने प्रधानमंत्री मोदी के लिए शानदार डिनर का आयोजन किया है। पीएम मोदी और बाइडन के बीच दुनियाभर के अहम मुद्दों पर बातचीत होनी है। इसमें रूस का मुद्दा प्रमुखता से उठने जा रहा है। बताया जा रहा है कि अमेरिकी राष्‍ट्रपति बाइडन निजी मुलाकात में रूसी तेल का मुद्दा पीएम मोदी से उठा सकते हैं। वहीं पीएम मोदी भी बाइडन से रूस पर बात कर कर सकते हैं। दरअसल, भारत में इस साल जी-20 शिखर सम्‍मेलन हो रहा है और इसके अध्‍यक्ष होने के नाते पीएम मोदी को रूस के राष्‍ट्रपति व्‍लादिमीर पुतिन को न्‍योता देना है।पुतिन को न्‍योता देने को लेकर भारत अभी दुविधा में फंसा हुआ है और वाइस ऑफ अमेरिका की रिपोर्ट के मुताबिक पीएम मोदी बाइडन के साथ मुलाकात के दौरान इस पूरे मामले पर बात कर सकते हैं। भारत को जी-20 शिखर सम्‍मेलन के लिए अतिथियों की लिस्‍ट फाइनल करनी है। अमेरिका के साथ जहां भारत की नजदीकी बढ़ रही है, वहीं रूस भारत का दशकों से सबसे करीबी मित्र है। ये दोनों ही देश जी-20 के सदस्‍य देश हैं लेकिन इस यूक्रेन युद्ध को लेकर दोनों के बीच जंग जैसे हालात हैं।PM Modi US Visit: पीएम मोदी को मानवाधिकार पर ‘ज्ञान’ नहीं देंगे अमेरिकी राष्‍ट्रपति बाइडनभारत ने जेलेंस्‍की को नहीं बुलाया, पुतिन को मिलेगा न्‍योता?यूक्रेन को अमेरिका ने अरबों डॉलर के हथियार और आर्थिक मदद दी है। वहीं रूस अमेरिका के इस कदम से भड़का हुआ है। इससे दोनों ही महाशक्तियों के बीच तनाव अपने चरम पर है। अमेरिका की कोशिश है कि पुतिन को किसी तरह से दुनिया में अछूत बना दिया जाए। पुतिन पर युद्धापराध के आरोप लगे हैं और गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। ऐसे में भारत का पुतिन को बुलाना अमेरिका को नाराज कर सकते हैं। इससे पहले जी7 देशों के बायकॉट के खतरे को देखते हुए जी-20 के पूर्व अध्‍यक्ष इंडोनेशिया ने रूस से पुतिन की बजाय विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव को भेजने का अनुरोध किया था।अमेरिका में मोदी-मोदी! पीएम के भव्य स्वागत का वीडियो देखिएयही नहीं इंडोनेशिया ने किसी तरह से रूस को यूक्रेन के राष्‍ट्रपति जेलेंस्‍की को भी वर्चुअली शामिल होने पर सहमत किया था। अब यूक्रेन फिर चाहता है कि जेलेंस्‍की को जी-20 के शिखर सम्‍मेलन में शामिल होने का न्‍योता दिया जाए। भारत ने साफ कर दिया है कि वह जेलेंस्‍की को नहीं बुलाने जा रहा है। अब भारत पुतिन को बुलाने को लेकर फंसा हुआ है। अगर भारत पुतिन को नहीं बुलाता है तो यह रूस को नाराज कर सकता है। इससे पहले भारत ने एससीओ के शिखर सम्‍मेलन को वर्चुअल कर दिया है जिसमें रूस के राष्‍ट्रपति पुतिन को भारत आना था। इससे कई एससीओ देश खुश नहीं हैं। यही वजह है कि अब बाइडन और मोदी की इस शिखर बैठक पर रूस की भी करीबी नजर बनी हुई है।