हाइलाइट्स:कोरोना वायरस संकट के बीच उत्तर कोरिया भुखमरी की ओर बढ़ता दिखाई दे रहा हैउत्तर कोरिया में अब मात्र दो महीने का खाना बचा है और किम जोंग उन ने चेतावनी दी हैउत्तर कोरिया में एक चाय 5100 रुपये और एक कॉफी का दाम 7300 रुपये तक पहुंचा प्योंगयांगकोरोना वायरस संकट के बीच उत्तर कोरिया भुखमरी की ओर बढ़ता दिखाई दे रहा है। उत्तर कोरिया में अब मात्र दो महीने का खाना बचा है और तानाशाह किम जोंग उन ने चेतावनी दी है कि हालात खराब होते जा रहे हैं। उत्तर कोरिया में खाने के सामानों की कमी का आलम यह है कि देश में एक चाय 5100 रुपये की बिक रही है। वहीं एक कॉफी का दाम 7300 रुपये तक पहुंच गया है। एक किलो केला 3,336 रुपये में बेचा जा रहा है। दरअसल, कोरोना संकट में उत्तर कोरिया दोहरी मार से झेल रहा है। उत्तर कोरिया ने महामारी से बचने के लिए चीन से लगती अपनी सीमाओं को बंद कर दिया था। इसकी वजह से जरूरी सामानों की आपूर्ति रुक गई है। वहीं इस साल आए कई समुद्री तूफानों ने देश की फसलों को बर्बाद कर दिया। इससे उत्तर कोरिया का कृषि उत्पादन ठप हो गया है। इस दोहरे संकट की वजह से देश में मात्र दो महीने का ही खाना बचा है। ‘उत्तर कोरिया में मात्र दो महीने का राशन बचा’खाने के सामानों की कमी के कारण सामानों के दाम आसमान छू रहे हैं। इस संकट के बीच लोगों में यह डर सता रहा है कि कहीं हालात वर्ष 1990 के दशक के भुखमरी की तरह से न हो जाए। उस भुखमरी में उत्तर कोरिया के 30 लाख लोग मारे गए थे। उत्तर कोरिया में इन दिनों चीनी, तेल और आटे की कमी हो गई है। इसके अलावा चावल और ईंधन की सप्लाइ भी डामाडोल चल रही है। इस बीच तानाशाह किम जोंग उन ने माना है कि सरकार अपने नागरिकों का पेट नहीं भर सकती है। उधर, संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी एफएओ ने कहा है कि उत्तर कोरिया में मात्र दो महीने का राशन बचा है। किम जोंग उन ने संकट के बारे में पूरा विवरण नहीं दिया लेकिन इतना कहा कि जनता भुखमरी जैसी स्थिति के लिए तैयार रहे। किम जोंग उन ने पार्टी वर्कर्स से कहा कि वे इस संकट से जनता बचाने के लिए काम करें।