स्टॉकहोम: इस्लामिक देशों के संगठन ऑर्गनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कंट्रीज (ओआईसी) ने स्वीडन को मिले विशेष दूत का दर्जा रद्द करने का फैसला किया है। यह फैसला दो जुलाई को हुई मीटिंग में की गई सिफारिशों के आधार पर किया गया है। रविवार को इसका औपचारिक ऐलान किया गया है। स्वीडन में पिछले काफी समय से पवित्र कुरान को लेकर विरोध हो रहा है। ओआईसी ने कुरान के अपमान को बर्दाश्त के बाहर बताया है। स्वीडन में पिछले दिनों कुरान के साथ-साथ इराक के झंडे को जलाया गया था।ओआईसी ने की स्वीडन की निंदाओआईसी महासचिव हिसैन इब्राहिम ताहा से सिफारिश की गई थी कि वह सामान्य सचिवालय को किसी भी देश से जोड़ने वाले आधिकारिक दर्जे की समीक्षा करें। उनसे कहा गया था कि जिस देश में पवित्र कुरान या अन्य इस्लामी मूल्यों और प्रतीकों की प्रतियों का अपमान होता है, उसका विशेष दूत का दर्जा निलंबित करने पर विचार करना चाहिए। महासचिव ने स्वीडन के विदेश मंत्री टोबियास बिलस्ट्रॉम को लिखी एक चिट्ठी में इस फैसले की जानकारी दे दी है। महासचिव ने इस्लाम की पवित्रता पर हो रहे हमलों के विरोध में कुछ सदस्य देशों की तरफ से उठाए गए कदमों का भी स्वागत किया। ताहा ने सभी सदस्य देशों से पवित्र कुरान और इस्लामी प्रतीकों की पवित्रता का सम्मान करने के लिए कहा है। साथ ही इनके बार-बार दुरुपयोग की मंजूरी देने वाले स्वीडिश अधिकारियों की भी निंदा की है।अभिव्यक्ति की आजादी का बहाना!महासचिव ताहा ने ओआईसी देशों में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के बहाने ऐसे अपमानजनक कृत्यों को न होने देने की अपील की है। उनका मानना है कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता विशेष कर्तव्य और जिम्मेदारियां शामिल होते हैं। स्वीडन के अधिकारियों ने 28 जून को स्टॉकहोम में एक मस्जिद के सामने कुरान की एक प्रति फाड़ने और जलाने की मंजूरी दी थी। इसके बाद 30 जून को प्रदर्शनकारियों ने मध्य बगदाद में भारी किलेबंदी वाले ग्रीन जोन के ठीक बाहर स्वीडिश दूतावास पर धावा बोल दिया था। 28 जून की घटना को अंजाम देने वाले शख्स ने फिर से प्रदर्शन के लिए स्वीडिश पुलिस से अनुमति मांगी है। उसने एक और कुरान जलाने की योजना बनाई।स्वीडन के विदेश मंत्री ने मांगी माफीदूसरी ओर कुछ मीडिया रिपोर्ट के अनुसार स्वीडन के विदेश मंत्री टोबियास बिलस्ट्रॉम ने स्टॉकहोम में कुरान पर हाल ही में हुए हमले पर खेद व्यक्त किया है। अपने लेबनानी समकक्ष अब्दुल्ला बौ हबीब के साथ एक फोन कॉल के दौरान, बिलस्ट्रॉम ने रविवार को कुरान के अपमान और इस्लामी मान्यताओं और प्रतीकों के अपमान पर स्वीडन की ओर से खेद व्यक्त किया। शिन्हुआ समाचार एजेंसी के अनुसार बौ हबीब ने इसका स्वागत किया और स्वीडन को बढ़ती नफरत और इस्लामोफोबिया की भावनाओं को कम करने के लिए अतिरिक्त कदम उठाने के लिए प्रोत्साहित किया।