Pakistan Crisis India: अरब सागर में भारत ने दागी ब्रह्मोस मिसाइल, कंगाल पाकिस्तान की उड़ी नींद! अपने ही मुल्क को कोसने लगी अवाम – india launches brahmos missile in arabian sea big tension for pakistan amid worst economic crisis

इस्लामाबाद : भारतीय नौसेना ने रविवार को ब्रह्मोस मिसाइल का सफल परीक्षण किया। नौसेना ने ट्वीटर पर जानकारी देते हुए बताया कि मिसाइल ने अरब सागर में अपने टारगेट को सटीकता से निशाना बनाया। खास बात यह कि इस ब्रह्मोस मिसाइल का बूस्टर ‘आत्मनिर्भर भारत’ के तहत डीआरडीओ में डिजाइन किया गया है। भारत के इस मिसाइल टेस्ट लॉन्च ने पड़ोसी देश पाकिस्तान की नींद उड़ा दी है। अरब सागर भारत और पाकिस्तान दोनों देशों के किनारों से मिलता है। ऐसे में पाकिस्तान इस टेस्ट से और ज्यादा घबराया हुआ है।पाकिस्तानी पत्रकार वजाहत एस खान ने भारतीय नौसेना के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए लिखा, ‘भारतीय अपनी समुद्री रक्षा को लगातार मजबूत कर रहे हैं। पाकिस्तानी अभी भी समुद्र में खोए हुए हैं।’ उनके ट्वीट पर कई पाकिस्तानियों ने भारत से तुलना करते हुए अपने ही मुल्क पर जमकर गुस्सा निकाला। एक यूजर ने लिखा, ‘पैसा कहां है वजाहत? भारत के साथ हथियारों की रेस अब खत्म हो चुकी है। आर्म्स रेस का अब कोई मतलब नहीं है।’लोगों ने सेना को टैग कर कहा- बेगैरत!एक यूजर ने पाकिस्तानी सेना को टैग करते हुए लिखा, ‘ये बेगैरत इमरान खान के पीछे पड़े हुए हैं… लानत है इन पर।’ एक दूसरी यूजर ने पाकिस्तानी सेना और इस्लामाबाद पुलिस को टैग कर लिखा, ‘ये लोगों पर तो पहले चला लें मिसाइलें! बेगैरत के बच्चे।’ एक यूजर ने लिखा, ‘इंडियन्स हमसे बहुत आगे हैं। हमें हर तरफ से उलझा दिया है। हम कुछ भी नहीं कर पा रहे हैं। किस कदर लोग आगे निकल गए हैं।’ एक यूजर ने तंज कसते हुए लिखा, ‘हमारा ध्यान उस ओर नहीं है क्योंकि हम समुद्र को खाली करना चाहते हैं और डीएचए के लिए जमीन का इस्तेमाल करना चाहते हैं।’Pakistan Bankrupt: दिवालिया पाकिस्तान, भारत के लिए गुड न्यूज क्योंप्रवासी पाकिस्तानी भी कर रहे भारत की तारीफयह पहली बार नहीं हो रहा जब कंगाली से तंग आ चुके पाकिस्तानी अपने मुल्क को कोस रहे हैं और भारत की तारीफ कर रहे हैं। इससे पहले पाकिस्तानी अमेरिकी बिजनसमैन साजिद एन तरार ने भारत की ओर से जी-20 सम्मेलन की मेजबानी की तारीफ की थी। उन्होंने कहा था कि एक देश कूटनीतिक सफलता की बुलंदियों को छू रहा है और दूसरा ‘भ्रष्टाचार’ में डूबा है। ‘दक्षिण एशिया में कितना विरोधाभास है।’ पाकिस्तान गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहा है। अब इसका असर पाकिस्तानी अवाम की ‘राष्ट्रवादी भावना’ पर भी देखने को मिल रहा है।