इस्लामाबाद: आर्थिक तबाही के दौर से गुजर रहे पाकिस्तान में विमानों और हेलिकॉप्टरों के लिए जेट फ्यूल की भारी कमी हो गई जिससे विमानों की उड़ान को रोकना पड़ रहा है। पाकिस्तान के ईधी एयर एंबुलेंस समेत कई कंपनियों ने अपनी गतिविधियों को रोक दिया है। स्काई विंग्स एविएशन कंपनी ने एक बयान जारी करके इसकी जानकारी दी। इस बीच ब्रिटेन की चर्चित एयरलाइन कंपनी वर्जिन अटलांटिक ने तो पाकिस्तान से अपना बोरिया बिस्तर समेटने का ऐलान कर दिया है। ईधी एयर की सेवा बंद होने का खामियाजा पाकिस्तान के मरीजों को उठाना पड़ेगा। स्काई विंग्स एविएशन कंपनी पायलटों को ट्रेनिंग देने का काम करती है। उसने कहा कि ईधी एयर एंबुलेंस सेवा बंद होने गंभीर रूप से बीमार मरीजों की जान बचाने का काम ठप हो जाएगा। उसने दावा किया कि स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान ने जेट फ्यूल के लिए लेटर ऑफ क्रेडिट देने से मना कर दिया है। यह ईंधन कराची पोर्ट पर दिसंबर 2022 से फंसा हुआ है। इस कंपनी को यह जेट फ्यूल हासिल करने के लिए 23 हजार डॉलर चुकाने हैं और इसकी राशि को पहले ही एक बैंक में जमा कराई जा चुकी है। Pakistan Financial Crisis: ‘सिर्फ पाकिस्तान ही रोक सकता है अपनी बर्बादी, आईएमएफ का लोन भी नहीं खत्म कर पाएगा कंगाली’वर्जिन अटलांटिक का सेवा बंद करने का ऐलान कंपनी ने कहा कि बैंक मामले को स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान के साथ उठाने से डर रहा है। ईधी एयर ने कहा कि हमने ईंधन की कमी के कारण अब मरीजों को आपातकाल में निकालने से मना कर दिया है। कंपनी ने इस संकट में सरकार की मदद मांगी है। दरअसल, पाकिस्तान के डॉलर का भंडार 3 अरब डॉलर से नीचे पहुंच गया है जिससे वह जरूरी सामानों का आयात नहीं कर पा रहा है। इस बीच ब्रिटेन की चर्चित कंपनी वर्जिन अटलांटिक ने ऐलान किया है कि वह पाकिस्तान में अगले कुछ महीने में अपने सेवाओं को बंद करने जा रही है। वर्जिन अभी ब्रिटेन के हीथ्रो एयरपोर्ट से लाहौर और इस्लामाबाद के बीच उड़ान संचालित करती है। कंपनी ने कहा कि अभी वह 1 मई तक लंदन से लाहौर के बीच उड़ानों का संचालन जारी रखेगी। लंदन से इस्लामाबाद की उड़ान 9 जुलाई तक होती रहेगी। वर्जिन के प्रवक्ता ने कहा कि उन्हें उड़ानों को बंद करने बहुत ही कठिन फैसला लेना पड़ा है। इस एयरलाइन ने दिसंबर 2020 में पाकिस्तान में उड़ानों की शुरुआत की थी। पाकिस्तान लगातार आर्थिक संकट के दलदल में फंसता जा रहा है और हर जगह कर्ज की भीख मांग रहा है लेकिन उसे सफलता नहीं मिल पा रही है।(अगर आप दुनिया और साइंस से जुड़ी ताजा और गुणवत्तापूर्ण खबरें अपने वाट्सऐप पर पढ़ना चाहते हैं तो कृपया यहां क्लिक करें।)