Pakistan Imran News: पाकिस्‍तान में ‘1971 जैसे’ हालात, इमरान के किले में क्‍यों हार गई मुनीर सेना, शहबाज ने बताई वजह – pakistan news shahbaz sharif claims gilgit baltistan force save imran khan assault punjab police

इस्‍लामाबाद: पाकिस्‍तान के लाहौर शहर में भारी हिंसा के बाद आखिरकार पुलिस और सेना के जवान इमरान खान के जमान पार्क स्थित घर से पीछे हट गए हैं। इससे इमरान सरकार और पाकिस्‍तानी सेना के बीच जारी संघर्ष रुक गया है। पिछले करीब 20 घंटे से पाकिस्‍तानी सुरक्षा बलों और इमरान समर्थकों के बीच पत्‍थरबाजी और पेट्रोल बम से हमला चल रहा था। इसमें दोनों पक्षों के बड़ी संख्‍या में लोग घायल हो गए हैं। इस बीच पाकिस्‍तानी सेना के अचानक पीछे हटने पर अब शहबाज सरकार ने सफाई दी है। पाकिस्‍तानी मंत्री मरियम औरंगजेब ने बुधवार को दावा किया कि ‘गिलगित बाल्टिस्‍तान प्रांत की पुलिस’ का इस्‍तेमाल पंजाब पुलिस को रोकने के लिए किया गया। विश्‍लेषक इसकी तुलना 1971 के बांग्‍लादेश युद्ध से कर रहे हैं। आइए समझते हैं पूरा मामला…दरअसल, पाकिस्‍तान के कब्‍जे वाले गिलगित बाल्टिस्‍तान में इमरान खान की पार्टी पीटीआई की सरकार है। वहीं पंजाब में राष्‍ट्रपति शासन है और अप्रत्‍यक्ष रूप से वहां की पुलिस शहबाज सरकार के अंतर्गत काम कर रही है। मरियम औरंगजेब ने दावा किया कि सैकड़ों की संख्‍या में गिलगित की पुलिस को इमरान खान के घर के बाहर तैनात किया गया था। इन पुलिसकर्मियों ने पंजाब पुलिस पर हमला किया जो कोर्ट के आदेश पर इमरान खान को हिरासत में लेना चाहते थे। इससे पहले इमरान की पार्टी ने आरोप लगाया था कि पाकिस्‍तानी सेना से जुड़े रेंजर्स ने उनके समर्थकों पर गोलियां चलाई थीं। ‘1971 के बाद देश की एकजुटता के लिए सबसे गंभीर खतरा’मरियम का दावा अगर सच है तो 1971 के बाद पहली बार पाकिस्‍तान के दो प्रांतों की पुलिस आमने-सामने आई है। पाकिस्‍तानी मूल के आर्थिक विशेषज्ञ उजैर युनूस कहते हैं, ‘मैं बार-बार कह रहा हूं कि यह साल 1971 के बाद देश की एकजुटता के लिए सबसे गंभीर खतरा है।’ इमरान खान ने इस गोलीबारी का वीडियो शेयर किया था और आरोप लगाया था कि उनका अपहरण करके मारने का इरादा है। पाकिस्‍तानी मंत्री ने दावा किया कि इमरान खान देश में अशांति और अव्‍यवस्‍था फैलाना चाहते हैं। इस हिंसक टकराव में अब तक 54 पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो चुके हैं। इस बीच पीटीआई ने बुधवार को आरोप लगाया कि लाहौर में पार्टी प्रमुख इमरान खान के जमान पार्क आवास पर हमला किया गया है। पार्टी ने तोशखाना मामले में पूर्व प्रधानमंत्री को गिरफ्तार करने के नए प्रयासों के बीच सशस्त्र जवानों की गोलीबारी की फुटेज पोस्ट की। इससे पहले, वीडियो लिंक के माध्यम से राष्ट्र के नाम एक संबोधन में, खान ने कहा कि इस ‘तमाशे’ को समाप्त करने में ‘उम्मीद अदालतों और सेना से है।’ पीटीआई चीफ ने कहा, ‘यह (जल्द ही) हमारे हाथ से निकल जाएगा… जिस तरह की हरकतें हो रही हैं… लड़के (वर्कर्स) मेरी बात नहीं सुन रहे हैं। जब उनके खिलाफ यह अराजकता और गोलाबारी हो रही है, तो वे अब मेरी बात नहीं सुनेंगे। मेरा अब उन पर कोई नियंत्रण नहीं है।’ मेरी जान भी जा सकती है… इमरान खान का बड़ा बयानपीटीआई समर्थकों और सुरक्षाबलों में जमकर हिंसाडॉन की रिपोर्ट के अनुसार, पीटीआई समर्थकों और सुरक्षा बलों के बीच बुधवार को खान के आवास के पास लगातार दूसरे दिन भी गतिरोध जारी रहा। टीवी फुटेज में जमान पार्क के बाहर पीटीआई कार्यकर्ताओं को मोटरसाइकिलों और अन्य वाहनों में आग लगाते हुए भी दिखाया गया है। मंगलवार की रात से, पार्टी के कार्यकर्ताओं ने इस्लामाबाद पुलिस को अपने पंजाब समकक्षों और बाद में रेंजर्स कर्मियों की मदद से घमासान लड़ाई में उलझा दिया, जो देर रात तक जारी रही और इसके कोई संकेत नहीं मिले। अब तक, झड़प के दौरान लगभग 30 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, जबकि कम से कम 15 पीटीआई लोगों को हिरासत में लिया गया है।