इस्लामाबाद: पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था तबाह हो चुकी है और उसके दोस्त भी कर्ज देने से मना कर रहे हैं। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ खुद ही कबूल चुके हैं कि उन्हें न चाहते हुए भी कर्ज की भीख मांगना पड़ रहा है। पाकिस्तान को आईएमएफ भी कर्ज देने से किनारा कर रहा है। पाकिस्तान सरकार 170 अरब रुपये के नए टैक्स लगाने जा रही है। इस महासंकट के बीच पाकिस्तान के राजनीतिक अर्थशास्त्री डॉक्टर परवेज ताहिर ने बुधवार को शहबाज सरकार से गुहार लगाई कि देश के लोगों के दुखों को कम करने के लिए भारत के व्यापार को फिर से शुरू किया जाए। डॉक्टर परवेज ने कहा कि पीएम शहबाज शरीफ को संघीय कैबिनेट के आकार को भी छोटा करना चाहिए। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी सेना पर होने वाला खर्च आवश्यकता से ज्यादा है। अब समय आ गया है कि इसे ठीक किया जाए। परवेज एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इससे पाकिस्तान के अंबानी कहे जाने वाले अरबपति मियां मांशा ने भी भारत के साथ व्यापार को फिर से शुरू करने की गुहार लगाई थी। पाकिस्तानी विशेषज्ञों का कहना है कि देश में आटा का संकट चल रहा है और हम भारत से इसका आयात कर सकते हैं जो दुनिया के कई देशों को गेहूं दे रहा है। पाकिस्तान ने कश्मीर में अनुच्छेद 370 को खत्म किए जाने के बाद भारत के साथ व्यापार पर रोक लगा रखी है। पाकिस्तान इस बात की जिद कर रहा है कि भारत 370 को फिर से बहाल करे तभी उसके साथ रिश्ते सामान्य होंगे। पाकिस्तान का कपड़ा उद्योग कॉटन की कमी से तबाह हो गया है और वहां के उद्योगपति लगातार भारत से आयात करने की मंजूरी मांग रहे हैं। हालत यह हो गई है कि पाकिस्तान की हजारों फैक्ट्रियां बंद हो गई हैं और लाखों की तादाद में मजदूर बेरोजगार हो गए हैं। डॉक्टर परवेज ने पाकिस्तानी सेना के खर्च करने की सलाह दी है जो भारत से दुश्मनी पाले हुए है। पाकिस्तान लगातार चीन और तुर्की से घातक युद्धपोत और पनडुब्बियां खरीद रहा है। पाकिस्तानी सेना यह तब कर रही है जब टीटीपी आतंकी देश में जमकर खून बहा रहे हैं। पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार 3 अरब डॉलर के आसपास पहुंच गया है जिससे वह एक महीने का भी आयात नहीं कर सकता है। पाकिस्तान के बंदरगाहों पर हजारों की तादाद में कंटेनर फंसे हुए हैं। इसमें जेट फ्यूल से लेकर चाय तक लदी हुई है लेकिन पाकिस्तान के पास इन्हें उतारने के लिए डॉलर नहीं हैं। इससे पाकिस्तान में आवश्यक सामानों की भारी किल्लत हो गई है। पाकिस्तान सरकार ने अब तेल के दामों में भी भारी बढ़ोत्तरी की है।