इस्लामाबाद: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने रूस को लेकर यूरोपीय यूनियन पर जमकर निशाना साधा है। इमरान खान ने बताया कि यूरोपीय यूनियन ने चिट्ठी लिखकर कहा कि हमसे रूस के खिलाफ (Russia Pakistan Relations) बयान देने और वोट करने को कहा था। उन्होंने पूछा कि क्या यूरोपीय देशों ने भारत को भी ऐसा खत लिखा था। दरअसल, इन दिनों इमरान खान अमेरिका (US Pakistan Tension) से भाव न मिलने के कारण रूस की शरण में जाने का प्रयास कर रहे हैं। रूस के यूक्रेन पर आक्रमण के दिन ही इमरान खान (Imran Khan Russia Visit) ने मॉस्को में पुतिन से मुलाकात की थी। जब पूरी दुनिया रूस पर प्रतिबंध लगा रही थी, तब इमरान ने रूस से गैस और गेहूं खरीदने की डील साइन की थी। पाकिस्तानी पंजाब के वेहारी जिला में एक रैली को संबोधित करते हुए इमरान खान ने कहा कि जब तक मेरे में खून हैं, मैं अपनी कौम को किसी के सामने झुकने नहीं दूंगा। यूरोपीय यूनियन के राजदूतों ने पाकिस्तान को खत लिखा कि आप रूस के खिलाफ बयान और वोट दें। मैं उन यूरोपीय यूनियन के राजदूतों से पूछता हूं कि क्या आपने हिंदुस्तान को भी यह खत लिखा था। उन्होंने आगे कहा कि ये वो पाकिस्तान था, जिसने आतंकवाद के खिलाफ युद्ध में नाटो की मदद की, साथ दिया। अगर मैं उस समय सरबरा होता तो कभी साथ नहीं देता। मैं अपने मुल्क को इस जंग से बाहर रखता।Russia Pakistan Relations: आपदा में अवसर तलाश रहा पाकिस्तान? इमरान खान ने चीन के इशारों पर रूस से की गेहूं और गैस की डीलइमरान खान ने दोहराया रटा रटाया डॉयलॉगइमरान खान ने आगे कहा कि इस युद्ध में हिस्सा लेने से हमें क्या मिला। अपना रटा-रटाया डॉयलॉग दोहराते हुए इमरान खान ने कहा कि हमने आतंकवाद के खिलाफ युद्ध में अमेरिका और यूरोप की मदद की थी। इसमें 80 हजार पाकिस्तानी मारे गए और मुल्क को 100 अरब डॉलर से ज्यादा का नुकसान हुआ। हमारा कबायली इलाका उजड़ गया। 35 लाख लोग विस्थापित हुए थे। ऐसे में मैं यूरोपीय यूनियन के राजदूतों से पूछता हूं कि क्या आपने हमारा शुक्रिया अदा किया।यूरोप और अमेरिका पर भड़के क्यों हैं इमरानइमरान खान अमेरिका और यूरोप से भाव न मिलने के कारण नाराज हैं। जो बाइडेन ने जनवरी 2021 में अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने के बाद इमरान खान से बात तक नहीं की है। खुद इमरान खान ने कई बार सार्वजनिक रूप से इसे लेकर दुख का इजहार किया है। वहीं, यूरोपीय देश भी पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय मंचो पर भारत के खिलाफ मदद नहीं कर रहे हैं। हाल में ही बेल्जियम गए पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा को वहां के एक शीर्ष नेता ने मिलने का समय तक नहीं दिया था।Pakistan Russia Relations: इमरान खान को रूस दौरे से क्या हासिल हुआ? पाक आर्मी चीफ बाजवा की बेल्जियम में बेइज्जती का कनेक्शन जानेंरूस से दोस्ती बढ़ा रहे हैं इमरान खानइमरान खान चीन के इशारे पर रूस से दोस्ती बढ़ाने में जुटे हुए हैं। अफगानिस्तान से अमेरिकी फौज की वापसी के बाद से ही इमरान ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर डोरे डालने शुरू कर दिए थे। उन्होंने कई बार फोन पर बात भी की और पुतिन को पाकिस्तान आने का न्योता भी दिया। जब पुतिन की तरफ से पाकिस्तान यात्रा में आनाकानी की गई तो उन्होंने खुद ही मॉस्को आने का निमंत्रण मांग लिया। जिसके बाद इमरान खान ने मॉस्को में पुतिन से उस दिन मुलाकात की, जिस दिन रूस ने यूक्रेन पर आक्रमण किया था।