हाइलाइट्सपाकिस्तान में महंगाई लगातार अपने रेकॉर्ड कायम कर रही है और जनता बेहाल हैइमरान खान दावों के बाद भी आवश्यक वस्तुओं के दाम लगातार बढ़ते ही जा रहे हैंहालत यह हो गई कि पाकिस्तान में चीनी की कीमतें पेट्रोल से ज्यादा हो गई हैंइस्लामाबादपाकिस्तान में महंगाई लगातार अपने रेकॉर्ड कायम कर रही है और जनता बेहाल है। इमरान खान सरकार के तमाम दावों के बाद भी पाकिस्तान में आवश्यक वस्तुओं के दाम लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं। हालत यह हो गई कि देश में चीनी की कीमतें आसमान छू रही हैं और पेट्रोल से ज्यादा हो गई हैं। पाकिस्तान में चीनी जहां 150 रुपये प्रति किलो बिक रही है, वहीं एक लीटर पेट्रोल 138.30 रुपये में बिक रहा है।पाकिस्तानी अखबार जिओ न्यूज के मुताबिक देश के कई शहरों में चीनी की कीमतें अब पेट्रोल से ज्यादा हो गई हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान के पेशावर शहर में चीनी की कीमतें 8 रुपये प्रति किलो बढ़ गई हैं। यहां चीनी थोक में 140 रुपये प्रति किलो बिक रहा है जबकि खुदरा मूल्य 150 रुपये प्रति किलो हो गया है। उधर, लाहौर में चीनी की जमाखोरी भी शुरू हो गई है और ज्यादा कमाई के लिए चीनी की कृत्रिम कमी कर दी गई है। पाकिस्तान में सिंध के मुख्यमंत्री ने दीपावली पर दी हिंदुओं को होली की बधाई, उड़ा मजाकइमरान का पैकेज भी देश में महंगाई को रोकने में नाकाम रहा बाजार सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान में चीनी की कीमतें 9 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बढ़ गई हैं। यहां चीनी 140 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिक रहा है। कराची में चीनी के दाम 12 रुपये प्रति किलो बढ़ गए हैं। यहां चीनी के दाम 142 रुपये तक पहुंच गए हैं जा इतिहास में सबसे ज्यादा है। क्वेटा शहर में भी चीनी 129 रुपये प्रति किलो बिक रही है। पाकिस्तान में महंगाई से बुरा हाल है और इसको कम करने के लिए इमरान खान ने हाल ही में एक पैकेज का ऐलान किया था। इमरान का यह पैकेज भी देश में महंगाई को रोकने में नाकाम रहा है। पिछले दिनों पाकिस्तान में बढ़ती महंगाई के विरोध में पीएमएल-एन के एमपीए (विधायक) तारिक मसीह सब्जियों की माला पहनकर और साइकिल पर सवार होकर पंजाब विधानसभा के सत्र में हिस्सा लेने पहुंचे थे।पाकिस्तान में विपक्ष ने इमरान पर बोला जोरदार हमलापाकिस्तान में महंगाई 70 साल में अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है। एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक खाने की चीजों के दाम करीब दोगुने हो चुके हैं। घी, तेल, चीनी, आटा और मुर्गियों की कीमतें अपने उच्च स्तर पर पहुंच चुकी हैं। पीएमएल-एन के अध्यक्ष शाहबाज शरीफ के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया, ‘देश महंगाई, आर्थिक तबाही और बेरोजगारी की कीमत चुका रहा है और सरकार को इस बात का अहसास ही नहीं है कि सिर्फ गरीब ही नहीं बल्कि वाइट कॉलर जॉब वालों को भी इसने कुचल दिया है।’