Peshawar Terrorist Attack: हमें मुजाहिदीन नहीं बनाने चाहिए थे, बड़ी गलती हुई… पाकिस्तानी गृह मंत्री का बड़ा कबूलनामा, पेशावर ब्लास्ट में 100 मरे – pakistan home minister says we should not raised mujahideen become terrorist after peshawar blast

इस्लामाबाद : पाकिस्तान ने आतंकवाद और जिहाद का जो गड्ढा खोदा था, आज वह खुद उसी में फंस गया है। पाकिस्तान के गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह ने खुद स्वीकार किया है कि मुजाहिदीन को तैयार करना और उनके साथ युद्ध में जाना एक सामूहिक गलती थी। नेशनल असेंबली में उन्होंने कहा कि हमें मुजाहिदीन बनाने की जरूरत नहीं थी। हमने मुजाहिदीन तैयार किए और फिर वे आतंकवादी बन गए। पाकिस्तान लंबे समय से दुनिया के कुछ सबसे खूंखार आतंकवादियों का पनहगार रहा है। नतीजतन अब उसे इसकी कीमत चुकानी पड़ रही है क्योंकि देश में आतंकी हमले लगातार बढ़ते जा रहे हैं।पाक मंत्री ने कहा कि इमरान खान की पीटीआई (पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ) सरकार ने तहरीक-ए-तालिबान (टीटीपी) के उन आतंकवादियों को भी रिहा कर दिया जिन्हें मौत की सजा सुनाई गई थी। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि मुल्क के आतंकवादियों के खिलाफ ऑपरेशन को लेकर फैसला नेशनल सिक्योरिटी कमिटी लेगी। उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ जर्ब-ए-अज्ब ऑपरेशन जैसी आम सहमति बनाने की जरूरत है।Pakistan Economic Crisis: कर्ज के बदले नई शर्त… IMF की पाकिस्तान को सख्त हिदायत, क्या गरीब अवाम का खून तक चूस लेंगे शहबाज शरीफ?’अफगानिस्तान से आएगी पाकिस्तान में शांति’आसिफ ने कहा कि महाशक्तियों के हाथों की कठपुतली बनने की हमारी इच्छा बहुत पुरानी है। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पाकिस्तान अकेला है। उन्होंने कहा कि हालांकि वह अमेरिका के अच्छे संबंधों के पक्षधर हैं, लेकिन पाकिस्तान को वॉशिंगटन के इशारों पर और उसके हितों के लिए युद्ध नहीं लड़ना चाहिए। अफगानिस्तान के हालात पर बोलते हुए उन्होंने देश में सुधार और शांति की इच्छा जाहिर की क्योंकि ‘उसका असर पाकिस्तान पर भी दिखेगा।”राजनीतिक ताकतों’ से एकजुट होने की अपीलपाकिस्तानी मंत्री ने कहा कि हम अफगानिस्तान में सुधार चाहते हैं। अफगानिस्तान और पाकिस्तान में शांति एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं। पेशावर हमले की निंदा करते हुए पाक पीएम शहबाज शरीफ ने मंगलवार को सभी ‘राजनीतिक ताकतों’ से आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने की अपील की। सोमवार को पेशावर की एक मस्जिद में आत्मघाती हमला हुआ था जिसमें 100 लोगों की मौत हो गई थी और घायलों की संख्या इससे कहीं ज्यादा थी। मरने वालों में बड़ी संख्या पुलिसवालों और सैनिकों की थी।(अगर आप दुनिया और साइंस से जुड़ी ताजा और गुणवत्तापूर्ण खबरें अपने वाट्सऐप पर पढ़ना चाहते हैं तो कृपया यहां क्लिक करें।)