इस्लामाबादपाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में विधानसभा चुनाव के दौरान इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के कार्यकर्ताओं ने जमकर हिंसा की। इस हिंसा में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि विपक्षी पार्टियों के कई कार्यकर्ता घायल हुए हैं। सत्तारूढ़ दल की हिंसा से बौखलाए विपक्षी उम्मीदवार ने तो भारत को बुलाने की बात कह दी। उन्होंने इमरान सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आपस तो भारत अच्छा है, वो कम से कम चुनावी हिंसा तो नहीं करते हैं। पीओके के 45 विधानसभा सीटों पर हो रहा मतदानआज पीओके के 45 विधानसभा सीटों पर पाकिस्तानी सरकार अवैध तरीके से मतदान करवा रही है। इस चुनाव में मुख्य मुकाबला इमरान खान की पार्टी पीटीआई और नवाज शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) और बिलावल भुट्टो की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के बीच माना जा रहा है। ऐसी रिपोर्ट्स हैं कि सत्ता और प्रशासन के दम पर इमरान खान की पार्टी के कार्यकर्ता कई पोलिंग स्टेशनों पर अवैध कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं।नवाज की पार्टी के उम्मीदवार ने भारत को बुलाने की बात कीपीओके में चुनाव के दौरान प्रशासन और इमरान की पार्टी के कार्यकर्ताओं की ज्यादातियों से तंग आकर नवाज शरीफ की पार्टी के उम्मीदवार इस्माइल गुज्जर ने भारत को बुलाने की बात कही।LA 35 निर्वाचन क्षेत्र चुनाव लड़ रहे इस्माइल ने कहा कि सरकार को हिंसा पर रोक लगानी चाहिए नहीं तो यहां के हालात खराब हो जाएंगे। अगर ऐसा ही हुआ तो यहां लोग मरेंगे। क्या हमें इलेक्शन लड़ने का हक नहीं है। अगर ऐसी हरकत की तो मैं इंडिया को पुकारूंगा। आपसे वो अच्छे हैं। वो कम से कम ये काम तो नहीं करते, जो आपने किया है।इमरान की पार्टी के दो कार्यकर्ता मारे गएपीओके के कोटली जिले के एक मतदान केंद्र पर पीपीपी कार्यकर्ताओं के साथ झड़प में पीटीआई के कम से कम दो कार्यकर्ता मारे गए। पुलिस ने बताया कि कोटली के चारहोई में नार थाना क्षेत्र के एक मतदान केंद्र पर अज्ञात लोगों ने पीटीआई के दो कार्यकर्ताओं की गोली मारकर हत्या कर दी। नार पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी मुहम्मद शब्बीर ने मृतकों की पहचान 40 वर्षीय जहीर अहमद और 50 वर्षीय रमजान के रूप में की है।पुलिस पर भी हुआ हमला, 5 घायलझेलम घाटी जिले के एसपी रियाज मुगल ने कहा कि एक अलग घटना में, जमात-ए-इस्लामी (जेआई) के कार्यकर्ताओं ने पीओके के एलए-32 निर्वाचन क्षेत्र के ढाल चाख्य मतदान केंद्र पर हमला किया। इस घटना में पांच पुलिस कांस्टेबल घायल हो गए। हिंसा की घटनाओं के कारण अन्य निर्वाचन क्षेत्रों के कुछ मतदान केंद्रों पर भी मतदान अस्थायी रूप से स्थगित कर दिया गया था। रिपोर्टों के अनुसार, झड़पों में कई लोग घायल हो गए और कई राजनीतिक कार्यकर्ताओं को भी पुलिस ने हिरासत में लिया।